चिकित्सक पृथ्वी पर ईश्वर से तुलनीय
जनता की आशाओं को पूरा करने के लिए उत्तरदायित्वों को और बेहतर ढंग से निभाना होगा
दूरस्थ क्षेत्रों तक स्वास्थ्य इकाइयों पर सुविधाओं की जानकारी रखें मुख्य चिकित्सा अधिकारी
चिकित्सा सेवा और प्रशासनिक कार्य दो अलग कार्य क्षेत्र हैं इसलिए सी0एम0ओ0 को प्रशिक्षित करना आवश्यक
जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं और स्वास्थ्य इकाईयों के सुचारू संचालन की जिम्मेदारी सी0एम0ओ0 की है
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री-जय प्रताप सिंह
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने नवनियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के तीन दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का शुभारम्भ किया
लखनऊः (मानवी मीडिया)प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने आज कहा कि पृथ्वी पर चिकित्सकों का कार्य ईश्वरीय कार्य से तुलनीय है। वर्तमान में हम सब विश्वस्तर पर फैले कोरोना संक्रमण के कठिन दौर से गुजर रहे हैं और हमारा प्रदेश बड़ी जनसंख्या वाला प्रदेश है। इतनी बड़ी आबादी को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना चुनौती पूर्ण है। ऐसे में जनता की आशाओं को पूरा करने के लिए हमें उत्तरदयित्वों को और बेहतर ढंग से निभाना होगा। स्वास्थ्य मंत्री आज यहाँ इन्दिरा नगर स्थित स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर कार्यालय के सभागार में प्रोन्नति प्राप्त कर नवनियुक्त 42 मुख्य चिकित्साधिकारियों के प्रशिक्षण सत्र में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का दीप प्रज्ज्वलन कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर निदेशक प्रशासन राजा गणपति ने स्वास्थ्य मंत्री के साथ महानिदेशक स्वास्थ्य डी0एस0 नेगी, सचिव रवीन्द्र तथा कार्यक्रम के वक्ता संयुक्त निदेशक विकासेन्दु अग्रवाल को पौधा देकर सम्मानित किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य इकाईयों और चिकित्सा सेवाओं के सुचारू संचालन का उत्तरदायित्व सी0एम0ओ0 का होता है। चिकित्सीय विशेषज्ञता और प्रशासनिक कार्य दो अलग-अलग कार्यक्षेत्र हैं। इसलिए सी0एम0ओ0 पद पर नियुक्ति पाए चिकित्सकों का प्रशिक्षण आवश्यक है, जिससे वे प्रशासनिक जिम्मेदारियों के निर्वहन में सफल हो सकें।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण के दौर में विश्व स्तर पर बेहतर प्रबंधन के लिए डब्ल्यू0एच0ओ0 ने उ0प्र0 की प्रशंसा की है। संक्रमण की आगामी संभावनाओं के दृष्टिगत भी प्रदेश स्तर पर तैयारियाँ की गई हैं। नवनियुक्त चिकित्साधिकारी अपने जनपदों में स्वास्थ्य ईकाइयों पर सुविधाओं तथा पीकू एवं नीकू वार्ड के उचित प्रबंधन को सुनिश्चित करेंगे। सभी जनपदों में अपेक्षित फंड भेजा जा चुका है, अतएव फंड के उचित संयोजन के साथ सी0एम0ओ0 जनपदों में चिकित्सीय सुविधाओं का सुचारू संचालन सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारियों को दूरस्थ क्षेत्रों में कार्य करने वाली आशाओं तक सम्पर्क रखकर सुविधाओं केा बेहतर करने के लिए कहा।
महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डी0एस0 नेगी ने सभी सी0एम0ओ0 को योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिले का प्रथम चिकित्सा अधिकारी होता है। इसलिए उसे जनपद की बीमारियों, समस्त स्वास्थ्य इकाइयों तथा सुविधाओं की सम्पूर्ण जानकारी रखना आवश्यक है। उन्होंने सभी सी0एम0ओ0 को कार्यों का जनपद के चिकित्सा अधिकारियों में समुचित वितरण कर सामन्जस्य बनाकर उत्तरदायित्व पूर्ति बेहतर तरीके से करने को कहा।
इस अवसर पर सचिव रवीन्द्र तथा संचारी रोग विभाग के संयुक्त निदेशक विकासेन्दु ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित कर जानकारियों को साझा किया। आज प्रारम्भ तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 25 जुलाई, 2021 को अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद की अध्यक्षता में सम्पन्न किया जायेगा।