पुणे/मुंबई (मानवी मीडिया): शिवसेना नेता एवं सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश सरकार की जनसंख्या नियंत्रण की नीति का असर देखेगी और उसके विश्लेषण के बाद इस पर राष्ट्रीय स्तर पर बहस के लिए विचार करेगी। श्री राउत ने यहां अपने बयान में यह बात कही।
गत रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में जनसंख्या को स्थिर करने और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से एक जनसंख्या नीति बनाने का प्रस्ताव रखा था। असम सरकार ने भी इस संबंध में एक नीति बनाने का प्रस्ताव दिया है। नीति में दो से अधिक बच्चों वाले उन लोगों को सरकारी नौकरियों के लिए अपात्र बनाने का प्रस्ताव है, जो पहले से ही सेवा में हैं, लेकिन पदोन्नति से वंचित और योजनाओं के लाभों से बाहर हैं। नीति के तहत जिन लोगों के दो से अधिक बच्चे हैं, उन्हें भी स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने या किसी भी प्रकार की सब्सिडी प्राप्त करने से रोक दिया जायेगा।
दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश सरकार के इस प्रस्ताव पर विपक्षी दलों ने अपना निशाना साधा है और इसे चुनावी प्रचार के रूप में संदर्भित किया है।