स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने खुद लाइव कॉल सुनी और स्थापित प्रोटोकॉल एवम् कॉल सेंटर की प्रशंसा करते हुए यही मॉडल सभी जनपदों में लागू किए जाने की योजना पर जोर दिया तथा डीएम लखनऊ से इस कार्य हेतु ट्रेनिंग एवम् ऑडिट सहयोग की अपेक्षा की।*
*मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे मॉडल मानते हुए दिए अन्य जनपदों में इसे लागू करने के निर्देश*
लखनऊ। (मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग के द्वारा आज कोविड प्रंबधन हेतु बनाए गए इंट्रीग्रेटेड कोविड कन्ट्रोल एंड कमाण्ड सेंटर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि इस कन्ट्रोल रूम के द्वारा कोविड प्रबन्धन जैसे, हास्पिटल एलोकेशन, एम्बुलेंस एलॉटमेंट, होम रोगियों का फीडबैक/हेल्थ मॉनिटरिंग व अन्य व्यवथाओ के बारे में बताया गया।
निरीक्षण में स्वयं मंत्री महोदय द्वारा लाइव कॉल सुनी और स्थापित प्रोटोकॉल एवम् कॉल सेंटर की प्रशंसा की, साथ ही यदि मॉडल अन्य जनपदों के लिए लागू करने की योजना पर ज़ोर भी दिया। जिलाधिकारी ने बताया कि उक्त सेवाओ के अतिरिक कंट्रोल सेंटर के माध्यम से निम्नवत हेल्पलाइन जनसामान्य की सुविधा के लिए चलाई जाती है :-
1- inbound call centre
2- outbound call centre
3- Oxygen supply call centre
4- medicine supply call centre
5- hello Doctor call centre
6- Containment zone surveillance centre
7- Doctor's hospital allocation team functions
8- Ambulance Management system
उन्होंने बताया कि कॉल सेंटर की सभी श्रेणियों के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल बनाए गए है, जिसके अनुसार ही आने वाली समस्याओं/शिकायतों का निस्तारण सुनिश्चित कराया जाता है। निस्तारण की गुणवत्ता जांचने के लिए सभी कॉल्स की रिकॉर्डिंग भी होती है साथ ही साथ टेस्ट कॉल के द्वारा भी कन्ट्रोल सेंटर की गुणवत्ता को परखा जाता है। जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड रोगी का टेस्ट रिपोर्ट पोर्टल पर दर्ज होते ही कॉल सेंटर के द्वारा कॉल किया जाता है। जिसमे रोगियों को घर मे रहने सोशल दूरी/होम आइसोलेशन का पालन व अन्य जानकारियां उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही यदि मरीज के लिए तत्काल हास्पिटल की आवश्यकता प्रतीत होती है तो हॉस्पिटलाइजेशन हेतु डॉक्टर्स टीम को स्थान्तरण किया जाता है।
जिलाधिकारी द्वारा मंत्री महोदय को बताया गया कि कन्ट्रोल सेंटर के नम्बर 0522-4523000 पर कॉल करके जनपद वासी हास्पिटल में भर्ती होने, कोविड टेस्ट कराने, होम आइसोलेशन में दवा प्राप्त करने आदि सम्बन्धित समस्याओं का निस्तारण कराया जा सकता है। उन्होंने बताया कि उक्त अतिरिक ऑक्सीजन सिलेंडर, निजी भुगतान पर दवा मंगाने, सैनेटाइज़ेशन कराने, अस्पताल में देखभाल नही हो रही उसकी शिकायत, शव वाहन, अन्तिम संस्कार में समस्या सम्बन्धित जानकारी के लिए अलग अलग हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किए गए है। निरीक्षण में जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश, अपर जिलाधिकारी ट्रांस गोमती श्री विश्व भूषण मिश्र व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।