मुख्यमंत्री का जनपद गोरखपुर भ्रमण
मुख्यमंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, चरगावा पर 18 वर्ष से अधिक
आयु तथा बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज में 45 वर्ष से अधिक
आयु के लोगों के कोविड वैक्सीनेशन कार्य का निरीक्षण किया
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 प्रबन्धन के सम्बन्ध में
गोरखपुर एवं बस्ती मण्डल के कार्याें की समीक्षा की
प्रदेश सरकार कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण एवं
इसके उपचार के लिए सभी संसाधन उपलब्ध करा रही
प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या में 85 हजार की कमी आयी
बेड की संख्या बढ़ाने तथा पीकू को क्रियाशील रखने के निर्देश
निगरानी समितियों की संख्या में 03 से 04 गुना तक वृद्धि की जाए,
आर0आर0टी0 को पर्याप्त संख्या में वाहन उपलब्ध कराने के निर्देश
108’ एम्बुलेंस सेवा के 75 प्रतिशत वाहनों का प्रयोग कोविड कार्य में किया जाए
प्राइवेट अस्पतालों तथा निजी एम्बुलेन्स की दर निर्धारित
किया जाए, यदि इनके द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक धनराशि
ली जाती है, तो सम्बन्धित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए
टेस्टिंग कार्य को पूरी क्षमता से संचालित करने के निर्देश
कोविड वैक्सीनेशन का कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए
कन्टेनमेंट जोन में केवल स्वास्थ्य, स्वच्छता, सेनेटाइजेशन,
फाॅगिंग कार्याें के साथ-साथ डोर स्टेप डिलीवरी की ही अनुमति होगी
आंशिक कोरोना कफ्र्यू का कड़ाई से पालन कराये जाने के निर्देश
कोविड अस्पतालों में सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाये जाए
प्रत्येक जनपद में पिछले 24 घण्टे के अन्दर सामने आये
कोविड पाॅजिटिव के नये मामलों, संक्रमण से स्वस्थ हुए मरीजों
तथा एक्टिव केस आदि की प्रतिदिन समीक्षा की जाए
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की विधानसभा वार
सूची/मोबाइल नम्बर सांसदों एवं विधायकों को भी उपलब्ध
कराएं ताकि वे इन मरीजों से संवाद स्थापित कर सकें
कोविड हाॅस्पिटल द्वारा प्रतिदित कम से कम एक बार मरीजों के स्वास्थ्य एवं
उपचार के सम्बन्ध में जानकारी उनके परिजनों की जरूर दी जाए
स्वच्छता, सेनेटाइजेशन एवं फाॅगिंग कार्य को अभियान के रूप में संचालित करें
राज्य स्तर पर गठित टीम-9 की तर्ज पर जनपद स्तर पर भी समिति गठित करते हुए
अधिकारियों को विभिन्न कार्याें के लिए जवाबदेह बनाया जाए
खाद्यान्न वितरण कार्य की निगरानी हेतु एक नोडल अधिकारी नामित करें
गेहूं क्रय केन्द्रों को सोशल डिस्टेंसिंग/कोविड
प्रोटोकाल के तहत संचालित किया जाए
लखनऊ: (मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, चरगावा पर 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के कोविड टीकाकरण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज में 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए संचालित कोविड वैक्सीनेशन कार्य का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देशित किया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 प्रबन्धन के सम्बन्ध में गोरखपुर एवं बस्ती मण्डल के कार्याें की समीक्षा की। उन्होंने जनपद गोरखपुर के अलावा, दोनों मण्डलों के अन्य जनपदों के जिलाधिकारियों से वर्चुअल बैठक कर जनपदवार कोविड-19 प्रबन्धन की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि कोविड प्रबन्धन कार्य में लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण एवं इसके उपचार के लिए सभी संसाधन उपलब्ध करा रही है। उन्होंने बताया कि गत 30 अप्रैल तक प्रदेश में कोविड-19 के 03 लाख 10 हजार एक्टिव केस थे। आज 10 मई को 02 लाख 25 हजार एक्टिव केस हैं। इस प्रकार प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या में 85 हजार की कमी आयी है। उन्होंने बेड की संख्या बढ़ाने तथा शासन के नियमों का शत-प्रतिशत अनुपालन करने और पीकू को क्रियाशील रखने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि गांवों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा प्रदेशव्यापी विशेष जांच अभियान संचालित किया जा रहा है। उन्होंने निर्देशित किया कि इस अभियान के प्रभावी और त्वरित संचालन के लिए सभी जनपदों में निगरानी समितियों तथा आर0आर0टी0 की संख्या बढ़ाई जाए। निगरानी समितियों की संख्या में 03 से 04 गुना तक वृद्धि की जाए। उन्होंने आर0आर0टी0 को पर्याप्त संख्या में वाहन उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लक्षणयुक्त तथा संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध सभी लोगों को निगरानी समितियों के माध्यम से मेडिकल किट वितरित की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि मेडिकल किट में सभी निर्धारित दवाएं अनिवार्य रूप से हों। राज्य सरकार द्वारा मेडिकल किट की पर्याप्त दवा हर जनपद में उपलब्ध करायी गयी है। लक्षणयुक्त/संदिग्ध की तत्काल टेस्टिंग करते हुए रिपोर्ट पाॅजिटिव आने पर उसके उपचार की समुचित व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में आॅक्सीजन आॅडिट कराया जाना नितान्त आवश्यक है। इसलिए आॅक्सीजन आॅडिट हर हाल में करायी जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि इसकी वेस्टेज न होने पाए। कहीं भी आॅक्सीजन की कालाबाजारी नहीं होनी चाहिए। इसकी निरन्तर जांच की जाए। आॅक्सीजन की कालाबाजारी करने वाले लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने टेस्टिंग कार्य को पूरी क्षमता से संचालित करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सावधानी कोविड से बचाव का सर्वोत्तम उपाय है। एक-एक व्यक्ति का जीवन अमूल्य है और उसे हर हाल में बचाना है। उन्होंने कहा कि समय पर मरीज को उपचार की सुविधा दिये जाने से वह निश्चित आरोग्यता को प्राप्त करेगा। इसलिए रोग को छिपाया न जाए, क्योंकि अगर बीमारी है तो उसका उपचार आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘108’ एम्बुलेंस सेवा के 75 प्रतिशत वाहनों का प्रयोग कोविड कार्य में किया जाये। प्राइवेट अस्पतालों तथा निजी एम्बुलेन्स की दर निर्धारित किया जाए। यदि इनके द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक धनराशि ली जाती है, तो सम्बन्धित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि कन्टेनमेन्ट जोन की व्यवस्थाओं को सख्ती से लागू किया जाए। कन्टेनमेंट जोन में केवल स्वास्थ्य, स्वच्छता, सेनेटाइजेशन, फाॅगिंग कार्याें के साथ-साथ डोर स्टेप डिलीवरी की ही अनुमति होगी। उन्होंने आंशिक कोरोना कफ्र्यू का कड़ाई से पालन कराये जाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड अस्पतालों में सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाये जाये। प्रत्येक जनपद में पिछले 24 घण्टे के अन्दर सामने आये कोविड पाॅजिटिव के नये मामलों, संक्रमण से स्वस्थ हुए मरीजों तथा एक्टिव केस आदि की प्रतिदिन समीक्षा की जाये। उन्होंने कहा कि काॅन्टेक्ट टेªसिंग प्रभावी ढंग से की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों के साथ नियमित संवाद स्थापित करते हुए उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की जाए और उन्हें मेडिकल परामर्श दिया जाए। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की विधानसभा वार सूची/मोबाइल नम्बर सांसदों एवं विधायकों को भी उपलब्ध कराये जाये ताकि वे इन मरीजों से संवाद स्थापित कर सकें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कोविड हाॅस्पिटल द्वारा प्रतिदित कम से कम एक बार मरीजों के स्वास्थ्य एवं उपचार के सम्बन्ध में जानकारी उनके परिजनों की जरूर दी जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता, सेनेटाइजेशन एवं फाॅगिंग कार्य को एक अभियान के रूप में संचालित किया जाए। इस कार्य हेतु नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि यह अभियान कोरोना के साथ ही बरसात के मौसम में इंसेफेलाइटिस सहित विभिन्न संक्रामक रोगों से बचाव में भी सहायक सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टीम भावना से कार्य किये जाने पर निश्चित रूप से शत-प्रतिशत सफलता मिलेगी। राज्य स्तर पर टीम-9 का गठन किया गया है। इसी प्रकार जनपद स्तर पर भी समिति गठित करते हुए अधिकारियों को विभिन्न कार्याें के लिए जवाबदेह बनाया जाए। जिलाधिकारी द्वारा समस्त व्यवस्थाओं की नियमित एवं प्रभावी माॅनीटरिंग की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद्यान्न वितरण कार्य की निगरानी हेतु एक नोडल अधिकारी नामित करें। गेहूं क्रय केन्द्रों को सोशल डिस्टेंसिंग/कोविड प्रोटोकाल के तहत संचालित किया जाये। गोआश्रय स्थल पर चारे आदि की व्यवस्था हो।
इस अवसर पर मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर ने गोरखपुर मण्डल में कोविड प्रबंधन के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि टेस्टिंग, कान्टेक्ट टेªसिंग, सेनेटाइजेशन, स्वच्छता, वैक्सीनेशन आदि कार्यों को तेजी से कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मण्डल में कुल 63042 एन्टीजेन टेस्ट, 54633 आर0टी0पी0सी0आर0 सैम्पुलिंग करायी गयी है। इसके अतिरिक्त मण्डल में कुल 4856 निगरानी समितियां क्रियाशील हैं, इसमें ग्रामीण क्षेत्र की 4368 तथा शहरी क्षेत्र की 488 निगरानी समितियां शामिल हैं। कोविड प्रबंधन हेतु मण्डल में कुल 126 एम्बुलेन्स का प्रयोग किया जा रहा है। कोविड टीकाकरण के संबंध में जानकारी देते हुए आयुक्त ने बताया कि मण्डल में कुल 719118 प्रथम डोज तथा 175442 द्वितीय डोज प्रदान की गयी है। उन्होंने मण्डल में लिक्विड मेडिकल आक्सीजन की आपूर्ति/आवश्यकता, मानव सम्पदा, एल-2 तथा एल-3 श्रेणी के निजी चिकित्सालयों के विवरण, एल-2 फैसिलिटी के चिकित्सकों एवं अन्य कार्मिकों की टेªनिंग की भी जानकारी दी। इसी प्रकार मण्डलायुक्त बस्ती ने भी अपने मण्डल से संबंधित कोविड-19 प्रबंधन के संबंध में विस्तार से अवगत कराया।
इस अवसर पर गोरखपुर के जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन ने जनपद में पाजीटिव रेट, आर.आर.टी., निगरानी समितियां, होम आइसुलेशन, इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर, एम्बुलेंस आदि की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जनपद में कोविड प्रबंधन हेतु कुल 64 एम्बुलेंस का प्रयोग किया जा रहा है। जनपद में कोविड टीकाकरण की 273632 प्रथम डोज तथा 65,420 द्वितीय डोज दी जा चुकी हैं।
गोरखपुर एवं बस्ती मण्डल की समीक्षा के पश्चात मुख्यमंत्री ने एम्स का निरीक्षण कर वहां पर बोइंग कंपनी के सहयोग से कोविड हाॅस्पिटल की स्थापना के बारे में जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर सांसद रविकिशन, कमलेश पासवान एवं जयप्रकाश निषाद, विधायकगण विपिन सिंह, संगीता यादव, महेन्द्रपाल सिंह, संत प्रसाद, शीतल पाण्डेय एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे