होम आइसोलेशन रोगियों का फॉलो अप, टेस्टिंग एवं वैक्सिनेशन आदि बिन्दुओ पर प्रभारी अधिकारी द्वारा बुलाई गई एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक
होम आइसोलेशन रोगियों का डी0एस0ओ0 पोर्टल पर
होम आइसोलेशन एलॉटमेंट किया जाएगा
CHC के द्वारा, सभी होम आइसोलेशन प्रभारियों की कराई गई ट्रेंनिग
प्रभारी अधिकारी द्वारा की गई टेस्टिंग सेंटरों की गहन समीक्षा
कम टेस्टिंग करने वाले अलीगज, ऐश बाग़, रेड क्रॉस व सिल्वर जुबली सीएचसी का स्पष्टीकरण जारी करने के दिये निर्देश
शासन द्वारा निर्धारित प्रतिदिन 10000 टेस्ट कराया जाना किया जाए सुनिश्चित, ताकि रोगियों को चिन्हित करके उपलब्ध कराया जाए तत्काल उपचार
समस्त अर्बन पीएचसी में टेस्टिंग सेंटर बनाने हेतु
कार्ययोजना तैयार करने के दिए निर्देश
सभी सीएचसी को दिए निर्देश युद्धस्तर पर कराया जाए ट्रेसिंग और टेस्टिंग का कार्य
45 प्लस वाली कैटेगरी वाले 2 डोज़ लगाने वाले लोगो को दी जाए
वैक्सिनेशन में प्राथमिकता
45 वर्ष से अधिक के लोगो के वैक्सिनेशन रजिस्ट्रेशन के लिए अर्बन पीएचसी पर हेल्पडेस्क, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने में दिया जाए सहयोग
प्रभारी अधिकारी कोविड 19 लखनऊ डॉ रोशन जैकब
लखनऊ (मानवी मीडिया)होम आइसोलेशन रोगियों का फॉलो अप, टेस्टिंग एवं वैक्सिनेशन आदि बिन्दुओ पर प्रभारी अधिकारी कोविड 19 लखनऊ डॉ रोशन जैकब द्वारा स्मार्ट सिटी सभागार में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की गई। बैठक में प्रभारी अधिकारी द्वारा बताया गया कि होम आइसोलेशन सम्बंधित सभी कार्यवाही चाहे व दवा वितरण हो या चिकित्सकीय परामर्श या अन्य कोई समस्या सभी कार्य सीएचसी स्तर से ही किये जा रहे है। होम आइसोलेशन रोगियो को पोर्टल पर होम आइसोलेशन अलॉटमेंट करने का काम अभी भी कमाण्ड सेंटर के द्वारा ही किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कमाण्ड सेंटर का मुख्य कार्य केवल कोविड रोगियों को हास्पिटल में भर्ती कराना, एम्बुलेंस का आवंटन, कोविड सम्बंधित शिकायत/जानकारी उपलब्ध कराना आदि है। जिसके लिए निर्देश दिया गया कि पोर्टल पर पाज़ीटिव रोगी को होम आइसोलेशन का एलॉटमेंट करने के लिए भी सीएचसी स्तर से कार्यवाही की जाए। जिसके लिए आज प्रभारी अधिकारी द्वारा समस्त होम आइसोलेशन प्रभारियों की ट्रेनिंग कराई गई, की उनको किस प्रकार से रोगियों से बात करके पोर्टल पर होम आइसोलेशन एलॉटमेंट की फीडिंग करना है।
ट्रेंनिग में प्रभारी अधिकारी द्वारा बताया गया कि धनात्मक रोगी से कॉल करके यह सुनिश्चित किया जाए कि उनके यहां शासन द्वारा जारी होम आइसोलेशन प्रोटोकॉल के अनुरूप सभी सुविधाएं है या नही यदि रोगी के द्वारा बताया जाता कि उसके यहां सभी सुविधाएं है तो उसे पोर्टल पर होम आइसोलेशन एलॉट कर दिया जाए और यदि रोगी द्वारा बताया जाता है कि उसके यहां प्रोटोकॉल के अनुरूप मूल सुविधाए नही है वह इंस्टिट्यूटनल कवारेंटीन में जाना चाहता है तो उसे कमाण्ड सेंटर द्वारा एल1 फेसेलिटी में भर्ती कराया जाए। जनपद में एल 1 फैसेलिटी के बेड पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। साथ ही निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्र की सीएचसी अपने अपने क्षेत्रों में शत प्रतिशत होम आइसोलेशन रोगियों व कोविड लक्षण वाले रोगियों को दवा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे।
उक्त के पश्चात प्रभारी अधिकारी द्वारा टेस्टिंग व वैक्सिनेशन आदि बिन्दुओ की गहन समीक्षा की गई। प्रभारी अधिकारी द्वारा बताया गया कि टेस्टिंग के कार्य को युद्धस्तर पर चलाया जाए। सभी सीएचसी पर दो दो टेस्टिंग सेंटर बनाए जाए और एंटीजन एवं आरटीपीसीआर टेस्ट करना सुनिश्चित किया जाए और उनकी लोकेशन मीडिया के माध्यम से आमजनमानस तक पहुचाई जाए ताकि लोग अपने क्षेत्र में आसानी से टेस्ट करा सके। प्रभारी अधिकारी द्वारा समस्त टेस्टिंग सेंटरों की समीक्षा सीएचसी वार की गई। संज्ञान में आया कि शहरी क्षेत्र में अलीगंज, ऐशबाग़, रेडक्रास व सिल्वर जुबली सीएचसी द्वारा बहुत कम टेस्टिंग की जा रही है। जिसके लिए प्रभारी अधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि उक्त 4 सीएचसी का स्पष्टीकरण जारी किया जाए। साथ ही निर्देश दिया कि सभी सीएचसी आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या को तत्काल बढ़ाए।
प्रभारी अधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि सीएचसी के अतिरिक्त समस्त अर्बन पीएचसी में भी टेस्टिंग सेंटर शुरू करने के लिए कार्ययोजना बना कर प्रस्तुत की जाए, ताकि वहां भी टेस्टिंग शुरू की जा सके। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा निर्धारित लक्षण के अनुसार प्रतिदिन 10000 टेस्टिंग करना सुनिश्चित किया जाए ताकि रोगियों को चिन्हित करके ससमय उनको उपचार उपलब्ध कराया जा सके और इस बात का भी सत्यापन हो सके कि जिस क्षेत्र से वर्तमान में कम केस आ रहे है वहां वास्तव में उन जगहों पर संक्रमण कम हुआ है या नही। उन्होंने बताया कि लोगो को फैसिलिटेट किया जाए, आरआरटी लोगो के बीच जाए उनसे संवाद करे, उनको समझाए की डरने की कोई बात नही है उनको टेस्ट कराना है या सर्दी, ज़ुकाम, बुखार आदि कोविड जैसे लक्षण है जिसके लिए उनको दवा चाहिए है तो वह ले सकते है। लोगो मे विश्वास जगाए।
प्रभारी अधिकारी द्वारा वैक्सिनेशन के सम्बंध में निर्देश दिया कि 45 वर्ष से अधिक की आयु के वह लोग जिनका पहला डोज़ मिल चुकी है और दूसरी डोज़ लगना है उनको प्राथमिकता के आधार पर दूसरी डोज़ लगवाई जाए। साथ ही निर्देश दिया कि वैक्सिनेशन के लिए अब रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन हो रहे है, जिसमे 45 वर्ष से अधिक के लोगो को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। जिसके लिए 45 वर्ष से अधिक के लोगो के लिए समस्त अर्बन पीएचसी पर वैक्सिनेशन हेल्पडेस्क बनाई जाए और उनके ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में मदद की जाए।
उक्त बैठक में मुख्यविकास अधिकारी प्रभास कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय भटनागर व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।