सांसों' के लिए संघर्ष करते देश के लिए ‘रक्षक’ बनी , भारतीय युवा सेना 180 से अधिक क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनर किए ट्रांसपोर्ट - मानवी मीडिया

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Wednesday, May 5, 2021

सांसों' के लिए संघर्ष करते देश के लिए ‘रक्षक’ बनी , भारतीय युवा सेना 180 से अधिक क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनर किए ट्रांसपोर्ट


नई दिल्ली (मानवी मीडिया) : देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर अपना कहर दिखा रही है। दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों का रिकार्ड टूट रहा है और इस महामारी से हजारो जानें जा रहीं हैं। कई राज्यों के अस्पतालों में चिकित्सा ऑक्सीजन और बिस्तरों की कमी है। इसी बीच वायुसेना देश के अंदर ऑक्सीजन टैंकर और सिलेंडर के परिवहन के लिए कई घरेलू उड़ानों का संचालन कर रही है। बताया जा रहा है कि भारतीय वायु सेना की तरफ से 180 से अधिक क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनरों का परिवहन किया गया है। साथ ही अन्य राहत सामग्री जैसे ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन संबंधी उपकरण, आवश्यक दवाएं और अस्पताल उपकरण का भी परिवहन किया गया।c-17sमिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय वायु सेना की RAMT (रैपिड एक्शन मेडिकल टीम), भारतीय नौसेना के चिकित्सा अधिकारियों और कर्मियों को बी एयरलिफ्ट भी किया गया है। कुल आठ सी-17, चार आईएल-76, दस सी-130 और 20 एएन-32 विमान, साथ ही एमआई-17 वी 5 और चिनूक हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना की तरफ से नियोजित किए गए हैं।कोरोना संकट के समय अचानक पैदा हुई विकराल परिस्थिति में वायुसेना लोगों को सांस पहुंचाने का काम कर रही है।

देश-विदेश से ऑक्सीजन के टैंकर और कंटेनर भारत के अलग-अलग जगहों पर पहुंचाए जा रहे हैं।इससे पहले भी भारतीय वायुसेना बैंकॉक, सिंगापुर और दुबई से 13 खाली क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनर स्वदेश लाई थी।तीन ऑक्सीजन टैंकर हिंडन से रांची ले जाए गए, दो चंडीगढ़ से रांची, दो चंडीगढ़ से भुवनेश्वर, चार मुंबई से भुवनेश्वर, दो लखनऊ से रांची और दो जोधपुर से जामनगर ले जाए गए। वायुसेना ने कहा कि सी-17 विमान की मदद से इन टैंकरों का परिवहन किया गया।

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