लखनऊ, (मानवी मीडिया) सिटी मोन्टेसरी स्कूल, स्टेशन रोड कैम्पस के प्रतिभाशाली छात्र विभोर अग्रवाल ने इन्स्टीट्यूट आॅॅफ चार्टड एकाउन्टेन्ट्स आॅफ इण्डिया (आई.सी.ए.आई.) के तत्वावधान में आयोजित सी.ए. इण्टरमीडिएट परीक्षा में लखनऊ टाॅपर का खिताब अर्जित कर विद्यालय का नाम गौरवान्वित किया है। चार्टट एकाउन्टेन्सी के क्षेत्र में फाउण्डेशन कोर्स के उपरान्त सी.ए. इण्टरमीडिएट द्वितीय लेविल की परीक्षा है जिसमें आठ विषयों में परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है। इस परीक्षा में शानदार प्रदर्शन के उपरान्त यह छात्र अब सी.ए. की फाइनल परीक्षा उत्तीर्ण कर चार्टड एकाउन्टेट (सी.ए.) बनकर समाज के नवनिर्माण में योगदान देगा। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद्
डा. जगदीश गाँधी ने विभोर की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विश्वास व्यक्त किया है कि सी.एम.एस. का ये होनहार छात्र अपने कार्यक्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ ही आदर्श समाज की संरचना में अपना रचनात्मक योगदान देगा।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि विभोर कक्षा-2 से 12वीं तक सी.एम.एस. का छात्र रहा है और उसने आई.एस.सी. (कक्षा-12) की परीक्षा 94.75 प्रतिशत अंको के साथ
सी.एम.एस. स्टेशन रोड कैम्पस से उत्तीर्ण की है। विभोर ने बताया कि उसकी इच्छा चार्टड फाइनेन्सियल एनालिस्ट (सी.एफ.ए.) कोर्स करने की है एवं इसके उपरान्त वह र्चाटर्ड एकाउन्टेन्सी के क्षेत्र में वैश्विक डिग्री हासिल करना चाहता है। इसके अलावा, वह लखनऊ में एक कोचिंग सेन्टर स्थापित कर सी.ए. करने के इच्छुक छात्रों की मदद भी करना चाहता है। अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए विभोर ने कहा कि इस सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत एवं
सी.एम.एस. से मिले प्रेरणादायी विचारों व विद्यालय के वातावरण को जाता है। विभोर ने कहा कि ‘वैसे तो मैं एक अत्यन्त साधारण छात्र ही था परन्तु सी.एम.एस. के मेरे शिक्षकों ने मुझमें अभूतपूर्व आत्मविश्वास जगाकर मुझे आगे बढ़ने को प्रेरित किया, जिसकी बदौलत मैंने ये सफलता अर्जित की है।’ विभोर ने सभी छात्रों को सफलता अर्जित करने हेतु सलाह दी कि ‘सदैव अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित कर पूरी क्षमता से प्रयास करें’।
शर्मा ने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि प्रतिवर्ष सी.एम.एस. के छात्र देश की विभिन्न प्रतिष्ठित परीक्षाओं में सफलता अर्जित कर विद्यालय का गौरव बढ़ा रहे हैं। सी.एम.एस. अपने छात्रों को उत्कृष्टता की ओर सतत् प्रयासरत रहने को प्रेरित करता है एवं इसी अनुरूप उन्हें भविष्य की चुनौतियों हेतु तैयार करता है। यही कारण है कि सी.एम.एस. छात्र आज विश्व स्तर पर अपनी उपलब्धियों का परचम लहरा रहे हैं।