मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना के संबंध आज डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सीएम ने कहा कि कोरोना के केस बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 13,500 केस हो चुके हैं। 13,500 केस बहुत ज्यादा हैं। बीते नवंबर में जो पिक आई थी, उस दौरान अधिकतम 8,500 केस आए थे। हम सभी जानते हैं कि इस बार की लहर बहुत खतरनाक है। इस वाली लहर में युवा काफी ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। साथ ही बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं। पिछले 10-15 दिनों का डेटा दिखाता है कि कोरोना के अभी तक जो मरीज आए हैं, उसमें से 65 फीसद मरीज 45 साल से कम उम्र के हैं। मैं सभी युवाओं से अपील करना चाहूंगा कि आप देश के लिए बहुत कीमती हैं। आप लोग अपने परिवार के लिए बहुत कीमती हैं। आपकी जिंदगी, आपका स्वास्थ और आपकी सुरक्षा हम सबके लिए बेहद जरूरी है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं समझ सकता हूं कि युवाओं के ऊपर अपने माता-पिता, अपनी पत्नी और बच्चों की जिम्मेदारी है। युवाओं को अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने और दो वक्त रोटी कमाने के लिए घर से निकलना पड़ता है, लेकिन घर से तभी निकलें, जब बहुत जरूरी हो। साथ ही, जब घर से निकलें, तो कोविड के सभी प्रोटोकॉल का पालन करें। सभी को कोविड के प्रोटोकाल को बहुत ही कड़ाई के साथ पालन करना है। सभी को मास्क पहन कर रखना है। अपनी सुरक्षा अपने हाथ में है। अगर आप 45 साल से ऊपर के उम्र के हैं, तो तुरंत सरकारी अस्पतालों जाकर वैक्सीनेशन करा लीजिए। सभी सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन निशुल्क है। हमने कई अस्पतालों को 24 घंटे के लिए खोल रखा है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा हमारे लिए बहुत जरूरी है। अभी सीबीएसई की परीक्षा आने वाली है। इस परीक्षा में दिल्ली के 6 लाख बच्चे बैठेंगे और परीक्षा को संपन्न कराने में करीब एक लाख शिक्षक शामिल होंगे। सीबीएसई के परीक्षा केंद्र कोरोना के बहुत बड़े हॉटस्पॉट बन सकते हैं और बहुत बड़े स्तर पर कोरोना फैल सकता है। बच्चों की जिंदगी और उनकी सेहत हमारे लिए बहुत जरूरी है। मेरी हाथ जोडक़र केंद्र सरकार से अपील है कि सीबीएसई की परीक्षा को रद्द किया जाए। इसके एवज में कई और तरीके निकाले जा सकते हैं। ऑनलाइन या इंटरनल एसेसमेंट कर उसके आधार पर इस बार बच्चों को पास किया जा सकता है, लेकिन सीबीएसई की परीक्षा को रद्द करना बहुत जरूरी है। जहां पर भी कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप आया है, कई देशों ने अपने-अपने यहां परीक्षाएं स्थगित कर दिए हैं। हमारे देश के अंदर भी कई राज्य सरकारों ने अपनी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि सीबीएसई की परीक्षा को रद्द किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसा कि हमने कहा था कि हम लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते हैं। हमारा पूरा प्रयास है कि स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा काबू में रहे। हमने कल सभी अधिकारियों और मेडिकल स्टॉफ के साथ बैठक कर बहुत बड़े स्तर पर योजना बनाई है। हम बड़े-बड़े अस्पतालों के साथ बैंक्विट हॉल और होटल को अटैच कर रहे हैं। मसलन, किसी अस्पताल के अंदर 100 बेड है और उसके साथ हमने एक बैंक्विट हॉल को अटैच कर दिया और उस बैंक्विट हाल में भी 100 बेड है, तो इससे बेड की संख्या बढ़ जाएगी। कोरोना के जो थोड़े से कम गंभीर वाले मरीज होंगे, उनको हम बैंक्विट हॉल में शिफ्ट कर देंगे और अस्पतालों में केवल गंभीर मरीज ही रखे जाएंगे। अगर किसी को केवल ऑक्सीजन की जरूरत है, तो उसे बैंक्विट हॉल में भी दे सकते हैं। एलएनजेपी के सामने एक बैंक्विट हॉल है। उससे बैंक्विट हॉल में अगर ऑक्सीजन का भी इंतजाम कर देंगे और किसी को सिर्फ आक्सीजन की जरूरत है, तो उसका इलाज उसमें हो सकता है। इस तरह से हम बहुत बड़े स्तर पर बेड की क्षमता बना रहे हैं। इसके अलावा, कुछ सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को हमने पूरी तरह से कोविड-19 अस्पताल घोषित कर दिया है। मैं कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सभी के सहयोग की अपील करता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि सभी अस्पताल वाले और सभी लोग इसमें हमारी मदद करेंगे। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोविड घोषित किए गए 14 अस्पतालों के अलावा भी बहुत सारे अस्पताल हैं। दिल्ली में अगर कोई प्लांड सर्जरी है, जैसे किसी को घुटने का रिप्लेसमेंट कराना है। यह सर्जरी 2 से 3 महीने बाद में भी हो सकती है। प्लांड सर्जरी थोड़ा ज्यादा होती हैं, जबकि इमरजेंसी कम होती है। इसलिए प्लांड सर्जरी को हम थोड़ा बाद में करें। हमारे सबसे महत्वपूर्ण यह होगा कि हम अपने अस्पताल प्रबंधन को कितनी कड़ाई के साथ ठीक रख पाते हैं। अगर हमने अस्पताल और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रबंधन को ठीक कर लिया, तो हम इस चौथी लहर से बहुत अच्छे से पार पा पाएंगे। सीएम ने कहा कि हमने कल से एक और अभ्यास शुरू किया है कि अस्पताल में भर्ती एक-एक मरीजो को देखा जा रहा है। वहां के डॉक्टर चेक कर रहे हैं कि अगर वह मरीज घर में ठीक हो सकता है, तो उस मरीज से अनुरोध किया जा रहा है कि आप अस्पताल का बेड कर खाली कर अपने घर पर चले जाइए। हम आपको घर भेज कर अपना पल्ला नहीं झाड़ रहे हैं। हम घर पर भी आपकी लगातार निगरानी करेंगे। हमारे डॉक्टर आपको लगातार फोन करते रहेंगे। आपको ऑक्सीमीटर देकर घर भेजा जाएगा। अगर आपकी तबीयत जरा सा भी गंभीर हुई, तो हम वापस आपको अस्पताल ले आएंगे। दिल्ली के निजी और सरकारी अस्पतालों में वहां के डॉक्टरों की टीम विश्लेषण कर रही हैं कि अगर आपको बेड की जरूरत नहीं है, तो आप से अनुरोध किया जाएगा कि आप घर जाकर अपना इलाज करा लीजिए या पास के बैंक्विट हॉल में शिफ्ट हो जाइए। इसमें मेरी आप सभी से अनुरोध है कि आप डॉक्टर की सलाह के मुताबिक, उनके साथ सहयोग करें और जिद न करें, क्योंकि हमें पूरी दिल्ली को संभालना है। हमारे लिए हर जान कीमती है। हमें सबकी जान बचानी है और सबके स्वास्थ्य चिंता करनी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली वालों से अपील है कि पिछली बार जब कोरोना हुआ था, तब आप सब लोगों ने बढ़-चढक़र प्लाज्मा दान किया था। पिछले तीन-चार महीने में कोरोना कम हो गया था, लोगों ने प्लाज्मा दान करना बंद कर दिया था और प्लाज्मा की मांग भी बहुत कम हो गई थी। अब स्टॉक में प्लाज्मा बहुत कम है और प्रतिदिन प्लाज्मा की बहुत ज्यादा मांग आ रही है। आप सब लोगों से निवेदन है कि अगर आप पिछले कुछ दिनों में बीमार हुए और ठीक हो गए हैं, तो आप एलएनजेपी, राजीव गांधी या आईएलबीएस अस्पताल में जाकर प्लाज्मा दान कीजिए, ताकि आपके प्लाज्मा से दूसरे लोगों को बचाया जान बचाई जा सके। यही समय है, जब हमें अपना स्वास्थ्य छोड़ कर एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। चाहे पड़ोसी की मदद हो, चाहे दिल्ली में किसी और की मदद हो या फिर देश में किसी की मदद है, अगर हम सब लोग मिलकर एक परिवार की तरह काम करेंगे, तो हमने जैसे पिछले तीन लहर का मुकाबला किया था, हम इस चौथी लहर का मुकाबला सफलतापूर्वक कर पाएंगे।