सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर लिखा है कि मेरी करुणा चाची यानी करुणा शुक्ला जी नहीं रहीं। निष्ठुर कोरोना ने उन्हें भी लील लिया। राजनीति से इतर उनसे बहुत आत्मीय पारिवारिक रिश्ते रहे और उनका सतत आशीर्वाद मुझे मिलता रहा। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और हम सबको उनका विछोह सहने की शक्ति।
बता दें कि विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस ने करुणा शुक्ला को पूर्व सीएम रमन सिंह के खिलाफ राजनांदगांव से चुनावी मैदान में उतारा था। इस चुनाव में भले ही उन्हें हार का सामना करना पड़ा लेकिन पूर्व सीएम को उन्होंने कड़ा मुकाबला दिया। भाजपा से करीब तीस साल तक जुड़े रहने के बाद वे 2014 में कांग्रेस में शामिल हो गई थीं। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन वह हार गई। भाजपा नेता के तौर पर उन्होंने 2004 में जांजगीर से लोकसभा चुनाव जीता लेकिन 2009 में वह कोरबा से हार गईं।