नई दिल्ली (मानवी मीडिया) इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप
व्हाट्सएप का लगभग पूरी दुनिया इस्तेमाल कर रही है। 180 देशों में 1.5
बिलियन लोग व्हाट्सऐप पर एक्टिव हैं। इसी बीच साइबरस्पेस रिसर्चर्स ने
बुधवार को बताया है कि उन्होंने गूगल प्ले स्टोर पर एक फर्जी सर्विस एप की
खोज की है जो यूजर्स को अपने स्मार्टफोन पर नेटफ्लिक्स शो और मूवीज को
मुफ्त में देखने का ऑफर देती है, जबकि उनके व्हाट्सएप नोटिफिकेशन की
निगरानी करती है और आने वाले संदेशों को ऑटोमेटिक रिप्लाई करती है।
FlixOnline के नाम से हैकर्स आपके
फोन में मौजूद एप के माध्यम से व्हाट्सएप पर आने वाले मैसेज नोटिफिकेशन
पर ऑटो रिप्लाई के साथ मालवेयर वायरस लोगों तक फैलाते हैं। चेक प्वाइंट
रिसर्च (CPR) की टीम के अनुसार, यह फर्जी एप ऐसा करने के लिए किसी रिमोट
कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जुड़कर काम करती है। सीपीआर टीम के मुताबिक यह
तरीका एक हैकर को फ़िशिंग हमले करने, आगे मैलवेयर फैलाने, या झूठी सूचना
फैलाने या उपयोगकर्ताओं के व्हाट्सएप खाते और चैट से डेटा चोरी करने में
सक्षम बनाती है।
चेक प्वाइंट रिसर्च (CPR) की टीम ने यह नोट किया कि, सैद्धांतिक रूप से ऐसी एप ऑटो रिप्लाई के माध्यम से तमाम तरह का डेटा हैक कर सकती है, साथ ही बिजनेस चैट में प्रॉब्लम पैदा कर सकती है। यहां तक कि यूजर्स के सेंसटिव डेटा के बदले में उन्हें ब्लैकमेल भी कर सकती है। सीपीआर टीम ने इस फर्जी एप के संबंध में टेक जायंट गूगल को फौरन जानकारी दी और इससे जुड़ी अपनी रिसर्च भी उनके साथ शेयर की। इसका नतीजा यह हुआ कि टेक कंपनी गूगल ने फौरन एक्शन लेते हुए यह ऐप प्लेस्टोर से डिलीट की दी है। पिछले दो महीने के दौरान यह ऐप करीब 500 बार डाउनलोड की गई। रिसर्च टीम का कहना है कि अगर कोई यूजर इससे इंफेक्ट हुआ है, तो फौरन उसे यह एप अपनी डिवाइस से रिमूव कर देनी चाहिए और अपने डिवाइस का पासवर्ड भी बदल देना चाहिए।