नई दिल्ली (मानवी मीडिया) कोविड महामारी के कारण आर्थिक मंदी के बीच भारतीय रेल ने इतिहास रचते हुए गत माह समाप्त वित्त वर्ष में मालवहन के मामले में कीर्तिमान स्थापित किया है। भारतीय रेल ने वित्त वर्ष 2020-21 में अब तक का सर्वाधिक 123.264 करोड़ टन माल ढुलाई की और 117386 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया। पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में 121.046 करोड़ टन माल ढुलाई की थी और 113897 करोड़ रुपये कमाये थे। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनीत शर्मा ने एक वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यात्री सेवाओं में कटौती के बाद बजट के पुनरीक्षित अनुमान में 15000 करोड़ रुपये की आय का अनुमान था तथा अब तक प्राप्त आंकड़े के अनुसार 15135 करोड़ रुपये की आय दर्ज की गई है।
शर्मा ने कहा कि रेलवे ने करीब 75 प्रतिशत
मेल एक्सप्रेस गाडिय़ां और लगभग 90 प्रतिशत उपनगरीय सेवायें बहाल कर दीं
हैं। 1402 विशेष ट्रेन और 5381 उपनगरीय ट्रेन चलायी जा रही हैं। गाडिय़ों की
समयबद्धता 94.17 फीसदी रही है। उन्होंने कहा कि रेलवे मांग के आधार पर
गाडिय़ों के परिचालन के लिए प्रतिबद्ध है। मुंबई से पूर्वी एवं अन्य
क्षेत्रों के लिए क्रमश: 29 एवं 30 जोड़ी नई गाड़ी शुरू की गई हैं।
उन्होंने कहा कि सभी जोन और मंडलों में रैक तैयार रखे गए हैं। जैसे ही मांग
आती है, वैसे ही तुरंत गाड़ी चलाने की पूरी तैयारी है।