सिद्धार्थनगर (मानवी मीडिया): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि काला नमक की खुशबू विश्व के कोने कोने में पहुंची है। केन्द्र तथा प्रदेश सरकार कालानमक के उत्पाद बढ़ाने के लिए निरन्तर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने यहां काला नमक चावल तीन दिवसीय महोत्सव का वर्चुअल माध्यम से शुभारम्भ करने के बाद बतौर मुख्यअतिथि कहा कि काला नमक चावल की खुशबू पूरे विश्व मेंफैलाने के लिए केन्द्र तथा प्रदेश सरकार निरन्तर कार्य कर रही है। इसके उत्पाद को बढ़ावे के लिए सरकार किसानों को प्रोत्साहित कर रही है।
सिद्धार्थनगर जनपद में 2600 वर्षोसे किसानों द्वारा काला नमक की खेती की जा रही है । पहले आबादी के साथ साथ पैदावार भी कम थी आने वाले समय में आबादी के साथ साथ इसकी मांगबढ़ी लेकिन ज्यादाज्यादा लागत से काला नमक धान का उत्पादन कम हो रहा था। इसलिए इससे किसानों का मोह भंग हो रहा था। 2018 में एक जनपद एक उत्पाद के लिए काला नमक को चुना गया।उन्होंने कहा कि पहले 2200 हेक्टयर में काला नमक की खेती होती थी। लेकिन अब जनपद सिद्धार्थनगर में 5000 हेक्टयर में इसका उत्पादन किया जा रहा है। काला नमक चावल में अनेक पोषक तत्व पाये जाते है। इस महोत्सव से इसकी मांडिंग और मांग भी बढ़ेगी।उन्होंने सांसद जगदम्बिका पाल से कहा कि देशभर के लोक सभा सदस्यों को काला नमक चावल उपहार स्वरूप में भेंट करें, जिससे इसकी बांडिंग और बढ़े।उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में इसका दायरा बढ़ा है। सरकार की नीति है कि सामान्य चावल की कीमत से इसकी कीमत में चार सौ गुना अधिक वृद्धि हो।उन्होंने कहा कि काला नमक धान की डंठल बड़ी होती थी, लेकिन कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा इसका प्रशिक्षण करके कम लागत में अधिक उत्पादन बढ़ाने का कार्य किया गया है। आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रोद्योगिक विश्व विद्यालय कुमारगंज अयोध्या द्वारा इसके पैदावार बढ़ाने के लिए निरन्तर नई नई खोज की जा रही है । काशी में ब्लेक चावल का उत्पाद होता है। वहां की ब्लेक चावल उपर से तथा अन्दर भी ब्लेक होता है। वहां की खीर पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर जनपद द्वारा उत्पादित काला नमक चावल पूरे भारत में ही नहीं विश्वभर के कोने कोने में इसकी खुशबू पहुंचेगी।