राजभवन उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के बीच हो रही त्रिदिवसीय खेल प्रतियोगिता का समापन
खेल से भाईचारे की भावना जागृत होती है
राजभवन उत्तर प्रदेश की टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए संघर्ष के बाद रोमांचक विजय श्री प्राप्त की। 12वें ओवर में 6 गेंद पर 12 रन की जरूरत थी, जिसमें बैट्समैन प्रभाकर पाण्डेय व मनीष कुमार की जोड़ी ने छक्का एक गेंद पूर्व ही 11.5 ओवर में 85 रन का लक्ष्य पाकर जीत दर्ज की।
खेल की समाप्ति के बाद आयोजित समापन समारोह में खिलाड़ियों को प्रमाण-पत्र एवं स्मृति चिन्ह देते हुए राज्यपाल ने कहा कि खेलों के माध्यम से आप के अन्दर भाई चारे की भावना के साथ ही आप की छिपी हुई प्रतिभा बाहर आती है। हर खेल में हार जीत होती है लेकिन खेल के माध्यम से आत्मीयता के भाव उभर कर आते हैं। उसकी तुलना मैं अन्य किसी से नहीं कर सकती।
राज्यपाल ने सभी से आग्रह किया कि वे अच्छी सोच के साथ प्रत्येक क्षेत्र में जहां पर भी कार्य करते हैं काम करें। यह क्षेत्र कुछ भी हो सकता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि स्वास्थ्य, स्वच्छता, शिक्षा, पर्यावरण, सामाजिक कार्य जैसे कार्यों में अपना अमूल्य योगदान हम सभी को देना चाहिए। आप के अन्दर में मैं के स्थान पर हम की भावना होनी चाहिए। इससे अपनेपन की भावना जागेगी और हम राष्ट्र कल्याण की दिशा में कार्य कर पायेंगे।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता ने कहा कि आज सम्पन्न हुए खेल प्रतियोगिता से राजभवन में नई संस्कृत का अभ्युदय हुआ है। राजभवन परिवार के बच्चों, महिलाओं और खेल प्रतियोगिताओं को आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ है।
राज्यपाल की प्रेरणा से राजभवन के बच्चों को कारागार, मेट्रो रेल का भ्रमण कराया ताकि वे भी सामाजिक वस्तु स्थिति को समझें। उन्होंने कहा कि खेल एवं स्वास्थ्य एक दूसरे के पूरक होते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का ‘फिट इण्डिया‘ ‘खेलो इण्डिया‘ के माध्यम से सभी लोग स्वस्थ्य रहने का आह्वान कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि राजभवन उत्तर प्रदेश व राजभवन मध्य प्रदेश की टीमों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है। खेल में टीम भावना का विशेष महत्व होता है जो कि दोनों टीमों में स्पष्ट रूप से दिखायी दिया।
इस अवसर पर सुपर हाउस ग्रुप के निदेशक जावेद हाशमी, ओ0एस0डी0 अशोक देसाई, ओ0एस0डी0 पंकज एल0 जानी, निजी सचिव ध्रूमिल पटेल, टीम मैनेजर एवं कमेंट्रेटर जमाल सिद्दीकी सहित दोनों राज्यों के खिलाड़ी तथा राजभवन के अधिकारी कर्मचारी व बच्चे मौजूद थे।