नई दिल्ली (मानवी मीडिया): बीते कुछ वर्षों में भारतीय रेलवे ने पैसेंजर सर्विस के अतिरिक्त फ्रेट सर्विस पर बहुत काम किया है। इसका परिणाम ये है कि इससे रेलवे को बहुत लाभ हुआ है तथा कारोबारियों को भी लाभ हुआ है, जो उससे अपना माल भेज रहे हैं। ऐसे में भारतीय रेलवे ने एक व्यापार माला एक्सप्रेस का भी आरम्भ हुआ है, जिसके माध्यम से छोटे- छोटे कारोबारी भी अपना माल एक प्रदेश से दूसरे प्रदेशों में भेज रहे हैं।
क्या है व्यापार माला एक्सप्रेस?
व्यापार माला एक्सप्रेस की शुरुआत पिछले साल हुई थी। यह एक तरह की मालगाड़ी है, जिससे व्यापारियों का माल एक-जगह से दूसरे जगह तक ले जाता है। इस ट्रेन की खास बात ये है कि इस ट्रेन से छोटे व्यापारी भी माल भेज सकते हैं यानी कम लोड के सामान भी इस रेलगाड़ी के जरिए भेजे जा रहे हैं। इसके जरिए कम लोड के पार्सल अलग अलग स्टेशन तक यहां तक कि नॉर्थ ईस्ट में भी भेजे जा रहे हैं।क्या होगा फायदा?
रेलवे की इस पहल से पूर्वोत्तर के राज्यों तक माल पहुंचाना आसान हो जायेगा। दरअसल, अभी देश के किसी भी हिस्से से पूर्वोत्तर के राज्यों में सामान भेजना एक बड़ी चुनौती है। सड़क मार्ग से दिल्ली से त्रिपुरा तक सामान भेजने में 10-15 दिन का वक्त लगता था। हालांकि, अब इससे काफी फायदा होने वाला है।
कहां से कहां तक चली पहली ट्रेन?
इस बारे में भारतीय रेलवे ने एक ट्वीट कर जानकारी दी है। रेलवे का कहना है कि पहली व्यापारमाला एक्सप्रेस ट्रेन दिल्ली के किशनगंज से त्रिपुरा के जिरानिया तक चलाया गया है। इसे देशभर में करोड़ों लोगों को रोजगार देने वाले छोटे और लघु उद्यमों की मदद के लिए भारतीय रेल ने सराहनीय प्रयास माना जा रहा है। ट्रेन ने सिर्फ 68 घंटे में 2360 किलोमीटर का रास्ता तय किया। ऐसे में यह सेवा छोटे और मध्यम उद्यमियों के लिए व्यापार बढ़ाने के लिए मददगार है। दरअसल, इसके जरिए छोटे व्यापारी भी कम समय में सस्ते और सुविधाजनक तरीके से भेज सकते हैं।