लखनऊ (मानवी मीडिया); उत्तर प्रदेश में आज से 24 मार्च तक प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों का निशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा।
यह अभियान 24 मार्च तक चलेगा। गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए अब तक जनसेवा केंद्रों पर 30 रुपये देने पड़ते थे, लेकिन अब यह कार्ड मुफ्त में बनाया जाएगा। साथ ही गोल्डन कार्ड का नाम अब आयुष्मान कार्ड कर दिया गया है। आयुष्मान कार्ड बनाने वाली संस्था साचीज की ओर से कहा गया है कि अभियान के तहत सरकार ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कार्ड फ्री में बनवाने की व्यवस्था करें।
सभी जिलों को उनके लाभार्थियों की जानकारी दे दी गई। साचीज से भेजे गए डाटा के आधार पर लाभार्थियों के नाम की प्रिंट की हुई पर्ची जारी होगी। यह पर्ची आशा घर-घर पहुंचाएगी। इसमें लाभार्थी को उसके नजदीकी कैंप और समय की जानकारी दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार से आयुष्मान पखवाड़ा शुरू हो गया है । इसमें 15 दिनों तक एक लाख 85 हजार 908 परिवारों को आयुष्मान कार्ड दिए जाएंगे। इस बार यह कार्ड निशुल्क मिलेगा। अभी तक इसके 30 रुपये लिए जाते थे। ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत भवन और शहरी क्षेत्र में कोटेदार की दुकान से कार्ड लिए जा सकेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय भटनागर ने कहा कि शिविर में आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्री की ओर से आयुष्मान कार्ड जारी कराने पर प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। प्रति कार्ड पांच और परिवार में एक से अधिक कार्ड निर्गत होने पर 10 रुपये दिए जाएंगे। चिह्नित गांव या वार्ड में शिविर से एक दिन पहले आशा या आंगनबाड़ी की ओर से क्षेत्र के लाभार्थी परिवारों को पर्ची बांटकर कैंप की जानकारी दी जाएगी। अभी तक जिन लाभार्थियों के कार्ड नहीं बन पाए हैं, उनके लिए यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
पहले इसे गोल्डन कार्ड के नाम से जाना जाता था। लाभार्थी परिवार पास के 33 राजकीय, नौ केंद्रीय और 139 निजी सूचीबद्ध अस्पतालों में भी आधार कार्ड, राशन कार्ड और प्रधानमंत्री द्वारा संबोधित पत्र दिखाकर मुफ्त में आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं।