लखनऊ(मानवी मीडिया) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में प्रधानमंत्री किसान योजना के सभी लाभार्थियों को 15 अप्रैल तक अभियान चलाकर किसान क्रेडिट कार्ड देने के निर्देश दिए हैं। रविवार को जारी सरकारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री किसान योजना के छोटी जोत वाले किसानों के भी क्रेडिट कार्ड बनाए जाने के निर्देश दिये हैं।
बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री किसान योजना के सभी लाभार्थियों को कोरोना संकट के चलते किसान क्रेडिट कार्ड नहीं दिया जा सका, जिसका संज्ञान लेते हुए अब गांव-गांव में अभियान चलाकर किसानों का क्रेडिट कार्ड बनाया जा रहा है। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव (कृषि) ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी और उप निदेशक कृषि को पत्र जारी किए हैं, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री किसान योजना के सभी लाभार्थियों का कृषि विभाग के कर्मचारी द्वारा शत प्रतिशत सत्यापन कराते हुए सभी इच्छुक लाभार्थियों का किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के निर्देश दिए हैं।
बस तीन डॉक्यूमेंट से बन जाएगा किसान क्रेडिट कार्ड
पहले केसीसी के तहत लोन पाने की प्रक्रिया कठिन थी। इसीलिए पीएम किसान
स्कीम से केसीसी को जोड़ दिया गया है। पीएम किसान स्कीम की वेबसाइट पर ही
केसीसी का फार्म उपलब्ध करवा दिया गया है। इसलिए बैंकों से कहा गया है कि
वे सिर्फ तीन डॉक्यूमेंट लें और उसी के आधार पर लोन दें। किसान क्रेडिट
कार्ड बनवाने के लिए बस आपको आधार, पैन, फोटो ली जाएगी। इससे यह पुष्टि
होगी कि आप किसान हैं। वहीं आपसे एक एफीडेविड लिया जाएगा। इससे पता चलेगा
कि आप पर किसी बैंक में आवेदक का कर्ज तो बकाया नहीं है।
अब केसीसी सिर्फ खेती-किसानी तक सीमित नहीं है। पशुपालन और मछलीपालन भी इसके तहत 2 लाख रुपये तक का कर्ज मिल सकेगा। खेती-किसानी, मछलीपालन और पशुपालन से जुड़ा कोई भी व्यक्ति, भले ही वो किसी और की जमीन पर खेती करता हो, इसका लाभ ले सकता है। न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम 75 साल होनी चाहिए। इसके तहत 3 लाख रुपये तक का कर्ज सिर्फ 7 फीसदी ब्याज पर मिलता है। समय पर पैसा लौटा देते हैं तो 3 फीसदी की छूट मिलती है। इस तरह ईमानदार किसानों को 4 परसेंट ब्याज पर ही पैसा मिल रहा है। जो साहूकारों के चंगुल में फंसने से कहीं अच्छा है।