नई दिल्ली, (मानवी मीडिया)अगर आप टर्म प्लान लेने की तैयारी कर रहे हैं तो अब देर न करें। जल्द ही टर्म प्लान 20 फीसदी तक महंगी हो सकती है। दरअसल, अधिकांश बीमा कंपनियां टर्म प्लान का प्रीमियम बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं। इसकी वजह यह है कि देश की कई रीइंश्योरेंस कंपनियां अपनी दरें बढ़ा चुकी है। ये कंपनियां जीवन बीमा कंपनियों के जोखिम का इंश्योरेंस करती हैं। रीइंश्योरेंस कंपनियों द्वारा दरें बढ़ाने से बीमा कंपनियों पर दबाव बढ़ा है। वहीं, दूसरी ओर कोरोना संकट के कारण बीमा कंपनियों को पहले की अपेक्षा अधिक मार्टेलिटी क्लेम का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में बीमा कंपनियों को बढ़ी लागत को खुद झेल लेने की क्षमता नहीं है। ऐसे में बीमा उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि जल्द ही बीमा कंपनियां प्रीमियम में बढ़ोतरी का ऐलान कर सकती हैं।
1 अप्रैल से दरें बढ़ने की संभावना
बीमा एजेंटों और इंश्योरेंस डिस्ट्रीब्यूटरों के अनुसार, कंपनियों ने 1 अप्रैल, 2021 से प्रीमियम में इजाफा करने का संकेत दिया है। उसी समय से रीइंश्योरेंस कंपनियों की नए कॉन्ट्रैक्ट भी लागू होंगे। यानी, नए वित्त वर्ष की शुरुआत से कंपनियां प्रीमियम में बढ़ोतरी कर सकती हैं।
डेट क्लेम में जोरदार बढ़ोतरी
कोरोना महामारी के बाद डेट क्लेम में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। डेट क्लेम में बढ़ोतरी को देखते हुए रीइंश्योरेंस कंपनियों ने भी प्रीमियम में बढ़ोतरी की है। इसका असर बीमा कंपनियों के लाभ पर हुआ है। इसको देखते हु कुछ कंपनियों ने प्रीमियम में बढ़ोतरी कर भी दी है तो कुछ करने की तैयारी कर रही है।
अनुभव के आधार पर आकलन
बीमा विशेषज्ञों के मुताबिक, भारत में पश्चिमी देशों की तरह डाटा और अनुभव के आधार पर टर्म इंश्योरेंस का शुल्क तय नहीं होता है। यहां शुद्ध रूप से आकलन के आधार पर यह काम होता है। कोरोना संकट के बाद ऐसा माना जा रहा है कि मृत्यु दर पहले के अनुमान से अधिक हो सकती है। इसलिए इसके शुल्क बढ़ाए जा रहे हैं। अमूमन 10,000 टर्म इंश्योरेंस में समय के भीतर मरने वाले 3 लोग होते हैं जो क्लेम लेते हैं। लेकिन कई बार यह 4-4.5 भी हो जाते हैं। अगर यह दर बढ़ती है तो रीइंश्योरेंस कंपनियां को अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी क्योंकि क्लेम राशि एक करोड़ तक की होती है।