राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना प्रतिरक्षण वैक्सीनेशन में प्रदेश के प्रथम स्थान की स्थिति को निरंतर बनाए रखा जाए
ई-संजीवनी पोर्टल में प्रदेश की नम्बर वन स्थिति को स्थिर बनाया जाए
वैक्सीनेशन सेन्टर्स पर लाभार्थियों से सौम्य व्यवहार बनाए रखा जाए
लाभार्थी को जो वैक्सीन दी गई है उसी वैक्सीन की दूसरी डोज देना दृढ़ता से सुनिश्चित हो
ए0ई0एफ0आई0 मामलों में यदि कोई कर्मचारी या अधिकारी लापरवाही करें तो तत्काल निलंबित किया जाए
वैक्सीन के अनावश्यक वेस्टेज को नियंत्रित किया जाए
वायल खुलने के चार घंटे बाद आवश्यक रूप से नष्ट करना सुनिश्चित किया जाये
-अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद
लखनऊ (मानवी मीडिया)चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के अपर मुख्य सचिव, अमित मोहन प्रसाद ने आज कहा कि प्रदेश में कोरोना प्रतिरक्षण के लिए वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने कहा प्रदेश में 30 लाख से अधिक वैक्सीनेशन हो चुका है और ये कार्य निरंतर जारी है। राष्ट्रीय स्तर पर कोनोना प्रतिरक्षण वैक्सीनेशन में देश की प्रथम स्थिति को निरन्तर बनाए रखने के लिए उन्होंने वैक्सीनेशन सेन्टर्स में वृद्धि करने के निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव आज यहां लालबहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) के सभागार में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की स्टेट टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सम्बोधित कर रहे थे।
बैठक में उन्होंने ई-संजीवनी पोर्टल पर प्रदेश की नम्बर वन स्थिति को स्थिर करने के लिए क्रियाशील रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कोरोना प्रतिरक्षण हेतु वैक्सीनेशन कार्यक्रम में सेन्टर्स पर लाभार्थियों के साथ सौम्य व्यवहार करने हेतु सजग रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा यह प्रदेश हित में स्वास्थ्य विभाग का बड़ा कार्य है, जिसमें धैर्य और सौम्य व्यवहार अपेक्षित है।
अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बैठक में चर्चा के दौरान निर्देश दिए कि लाभार्थियों को जिस वैक्सीन की पहली डोज दी गयी है उसी वैक्सीन की दूसरी डोज दी जाए और इस क्रम को दृढ़ता से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा वैक्सीनेशन के दौरान एडवर्स इवेन्ट फाॅलिंग इम्यूनाइजेशन के केसेज में किसी भी कर्मचारी अथवा अधिकारी की लापरवाही हो तो उसे तत्काल प्रभाव से निलबिंत कर दिया जाए।
बैठक में अमित मोहन प्रसाद ने वैक्सीन के अनावश्यक वेस्टेज को नियंत्रित करने के साथ-साथ वायल खुलने के चार घंटे बाद उसे आवश्यक रूप् से नष्ट कराने की व्यवस्था का निर्देश भी दिया। उन्होंने वैक्सीनेशन सुलभ बनाने के लिए इसके अधिक से अधिक सेन्टर बनाने की व्यवस्था के निर्देश भी दिए।
बैठक में मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अपर्णा उपाध्याय ने नियमित टीकाकरण के प्रतिशत, टीकाकरण की माॅनीटरिंग व्यवस्था की समीक्षा की।
बैठक में महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, महानिदेशक परिवार कल्याण सहित समस्त संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, राज्य टीकाकरण अधिकारी, यूनीसेफ, डब्ल्यू.एच.ओ. और रोटरी क्लब के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।