बच्चों के यौन शोषण में गिरफ्तार JE का होगा साइकोलॉजिकल टेस्ट - मानवी मीडिया

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Wednesday, January 6, 2021

बच्चों के यौन शोषण में गिरफ्तार JE का होगा साइकोलॉजिकल टेस्ट

लखनऊ(मानवी मीडिया) मासूम बच्चों के यौन शोषण और फोटो-वीडियो के ऑनलाइन व्यापार में गिरफ्तार जेई रामभवन को सीबीआई अब दिल्ली ले जा सकेगी। एडीजे पंचम मो. रिजवान अहमद ने सात दिन की रिमांड मंजूर की है। दिल्ली में आरोपित की तीन जांच होगी। इस दौरान बचाव पक्ष के अधिवक्ता भी साथ रहेंगे।

सीबीआई की ओर सहायक शासकीय अधिवक्ता मनोज कुमार दीक्षित ने बताया कि 14 दिसंबर की सुनवाई में अभियुक्त रामभवन की कारागार में जाकर विवेचना करने, दिल्ली स्थित ऑल इंडिया फॉर मेडिकल साइंस (एम्स) में साइकोलॉजिकल टेस्ट और सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (सीएफएसएल) में वाइस सैंपल टेस्ट के लिए अर्जी डाली गई थी।

कारागार में विवेचना की परमीशन उसी दिन मिल गई थी। 21 दिसंबर की सुनवाई में अभियुक्त के ब्लड की भी जांच कराने की अर्जी न्यायालय में दी गई थी। बुधवार को न्यायाधीश ने शेष तीनों अर्जी पर सुनवाई की। फैसला पक्ष में देते हुए तीनों जांच के लिए दिल्ली जाने को सात दिन की रिमांड सीबीआई को दी। 
 
सुनवाई के दिन डालेंगे आपत्ति

अभियुक्त पक्ष के अधिवक्ता अनुराग पटेल ने बताया कि सीबीआई की ओर से डाली गई अर्जी की कॉपी मिल गई है। 17 दिसंबर की सुनवाई में अपना पक्ष रखते हुए साइकोलॉजिकल टेस्ट और वाइस सैंपल की अर्जी पर कोर्ट में आपत्ति दाखिल करेंगे। 

छोटे बच्चों से जुड़ा मामला, साइकोलॉजिकल टेस्ट जरूरी
सीबीआई की ओर से दाखिल अर्जी के मुताबिक, मासूम बच्चों के यौन शोषण से जुड़ा मामला है। ऐसे में फेयर इंवेस्टीगेशन के लिए उसका मेडिकल और फॉरेंसिक एग्जामिनेशन जरूरी है। दोनों टेस्ट दिल्ली में ही होंगे। साक्ष्य के तौर पर जुटाए वीडियो में जेई की ही आवाज है। इसकी पुष्टि कराने के लिए सीएफएसएल में वाइस सैंपल लेकर जांच कराई जाएगी। वहीं, दिल्ली के एम्स में ही सस्पेंड जेई के ब्लड की भी जांच कराई जाएगी। सहायक शासकीय अधिवक्ता के मुताबिक, आरोपित जेई इतना घिनौन कृत्य सिर्फ पैसे के लिए करता था या फिर वजह कोई और थी। इस कृत्य के पीछे सोच क्या रही है। इन सब सवालों का जवाब साइकोलॉजिकल टेस्ट से ही मिल सकेगा। वहीं, 
जेई के अधिवक्ता देवदत्त त्रिपाठी ने कहा कि रामभवन को सीबीआई प्रताड़ित कर रही है। पहली बार मिली रिमांड में ही जांच करा सकती थी। कानपुर और आगरा में भी जांच हो सकती है। इसके बावजूद दिल्ली ले जाया जा रहा है।

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