नई दिल्ली (मानवी मीडिया): रिपब्लिक टीवी के मुख्य संपादक अर्नब गोस्वामी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अर्नब का व्हाट्सएप चैट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस चैट में अर्नब गोस्वामी और BARC के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता के बीच की बातचीत को देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग साझा करके उनपर निशाना साध रहे हैं। दरअसल, जिस टीआरपी स्कैम में उनका नाम आ रहा था उसमें मुंबई पुलिस ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट यानी पूरक आरोप पत्र दाखिल किया था। इसमें 500 से ज़्यादा पन्नों की कथित तौर पर अर्णब गोस्वामी की वाट्सऐप चैट को सबूत के तौर पर पेश किया गया था। वहीं, अब उनकी वाट्सऐप चैट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। यह वाट्सऐप चैट टीआरपी तैयार करने वाली एजेंसी के तत्कालीन प्रमुख पार्थो दासगुप्ता और रिपब्लिक टीवी के मुख्य संपादक अर्णब गोस्वामी के बीच की बताई जा रही है। मुंबई पुलिस ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट तीन दिन पहले ही दाखिल की है। हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ये लीक चैट सही है या नहीं। उत्तम हिन्दू इस बात की पुष्टि नहीं करता।
अभीजित दिपके नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है, ‘अर्णब की वाट्सऐप चैट लीक हो गई। इसका डेटा 80 एमबी से अधिक है। ये अर्णब के कुछ स्क्रीनशॉट हैं जो पीएमओ से मदद मांगते हुए दिखाते हैं।’लीक चैट में से 25 मार्च 2019 की कुछ चैट में पार्थो दासगुप्ता ने बार्क का एक गोपनीय पत्र अर्णब को भेजा। इस लेटर के साथ भेजे गए संदेश में कहा गया है कि उन्होंने एनबीए को जाम कर दिया है। उन्होंने चैट में लिखा है, ‘रजत मेरे पीछे पड़ जाएँगे।’ फिर वह पीएमओ की सहायता करवाने की माँग करते हैं। इस पर चैट में अर्णब आश्वस्त करते हैं कि ‘हो जाएगा’। फिर लिखते हैं, ‘रजत की कोई पहुँच नहीं है।’ इस कथित चैट में वह यह भी लिखते हैं कि वह ‘प्रधानमंत्री से गुरुवार को मिल सकते हैं’।इस चैट में पार्थो लिखते हैं, ‘कृपया किसी से कहें कि वह रजत, एनबीए और ट्राई को हमारे मामले में अंगुली न करने के लिए कहे। ट्राई ग़लत सूचना फैला रही है कि हम रेटिंग को नहीं दिखा रहे हैं। मैंने बीजेपी को उस विज्ञापन वाले मामले में भी मदद की थी और कई मुद्दों पर मिनिस्ट्री ऑफ़ इंफ़ोर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग की भी।’प्रशांत भूषण ने साधा निशाना
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भी गोस्वामी के व्हाट्सएप चैट की स्क्रीनशॉट को साझा करते हुए उनपर निशाना साधते हुए कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि अर्नब गोस्वामी अपने पद का गलत प्रयोग कर रहे हैं और राजनीतिक गलियारों में अपनी पहचान का इस्तेमाल व्यक्तिगत लाभ के लिए कर रहे हैं।प्रशांत भूषण ने इन स्क्रीनशॉट को ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा है, ये हैं अर्नब गोस्वामी और बार्क के सीईओ के बीच बातचीत के व्हाट्सएप चैट के कुछ स्क्रीनशॉट। इन स्क्रीनशॉट में कई षड़यंत्र देखे जा सकते हैं कि कैसे अर्नब गोस्वामी की सरकार में कितनी पैठ है। अर्नब मीडिया और अपना ताकत का इस्तेमाल ब्रोकर के तौर पर कर रहे हैं। अगर किसी भी देश में जहां कानून का राज है वहां अर्नब गोस्वामी जेल में होते। वहीं प्रशांत के इस ट्वीट का जवाब देते हुए पत्रकार मीना दास नारायण ने पूछा क्या आपको इसपर यकीन है, क्या आप एक भी वजह दे सकते हैं कि आखिर क्यों आप पर भरोसा करना चाहिए, एकदेशभक्त पत्रकार जोकि भारत के लिए खड़ा होता है, उसके बारे में देशद्रोही बोल रहा है।बता दें कि टीआरपी स्कैम की सुनवाई को बॉम्बे हाई कोर्ट ने 29 जनवरी तक के लिए टाल दिया था। इस मामले की सुनवाई 29 जनवरी को होगी। वहीं मुंबई पुलिस का कहना है कि अगली सुनवाई तक वो अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार नहीं करेगी।