राज्यपाल ने स्टोन वर्क के उत्पादों का किया अवलोकनस्वय सहायता समूह से समाज में एकता व समरसता का भाव
मन की सफाई करके ईष्र्या-द्वेष समाप्त करें
कार्य के साथ-साथ बच्चों के व्यवहार पर ध्यान दें
किसान जैविक खेती को प्राथमिकता दें - आनंदीबेन पटेल
लखनऊः (मानवी मीडिया)उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जनपद आगरा भ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत औद्योगिक आस्थान शास्त्रीपुरम, सिकन्दरा स्थित स्टोनमैन क्राफ्ट इण्डिया प्रा0लि0 का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टोन वर्क के उत्पादों का अवलोकन करते हुए उसकी बारीकियों के बारे में संस्थान के प्रबन्धक से जानकारी प्राप्त की। राज्यपाल स्टोन वर्क के उत्पादों से काफी प्रभावित हुईं और इन कार्यों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कदम का पौधा रोपित कर पर्यावरण का संतुलन एवं पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने के लिये सभी लोगों से सहयोग करने की अपील की।
राज्यपाल ने सर्किट हाउस, आगरा पर स्वयं सहायता समूह की महिला लाभार्थियों द्वारा तैयार किये गये उत्पादों की प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया। उन्होंने प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान महिलाओं से संवाद करते हुए उनके द्वारा तैयार उत्पादों की सराहना की। इस अवसर पर राज्यपाल ने केनरा बैंक द्वारा 2 करोड़ 76 लाख एवं बैंक आॅफ बड़ौदा द्वारा 79 लाख रूपये का स्वयं सहायता समूहों को स्वीकृत ऋण का चेक प्रतीक स्वरूप स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दिया।
राज्यपाल को सर्किट हाउस में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ बैठक के दौरान महिलाओं ने बताया कि समूह के माध्यम से होने वाली आय से परिवार की आय में वृद्धि के साथ-साथ समाज में सम्मान भी बढ़ा है और वह बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने में सक्षम हुई हैं। पहले कोई अवसर नहीं मिला, जब स्वयं सहायता समूह के माध्यम से उन्हें अवसर मिला तो आगे बढ़ने का मौका मिला तथा अब आत्मविश्वास भी बढ़ा है। समूह गठन से समाज में एकता और समरसता का भाव भी पैदा होता है। राज्यपाल ने महिलाओं से कहा कि आप लोग ऐसा कोई कार्य न करें, जिससे आपको किसी शर्मिन्दगी का सामना या अपनों से दूर रहना पड़े। उन्होंने कहा कि महिलाएं संकल्प लें एवं समाज में ऐसी चेतना जाग्रत करें कि लोग अपनी बेटियों को अधिक से अधिक अच्छी शिक्षा दिलायें तथा दहेज जैसी कुरीति को समाप्त किया जाय। आपस में बैठकर इन समस्याओं पर चर्चा करें, जिससे लोगों में इनके प्रति भय पैदा हो और कुरीतियों पर अंकुश लग सके। उन्होंने कहा कि मकान और कपड़े की सफाई तो साधारण बात है, मन की सफाई करके ईष्र्या-द्वेष समाप्त करें, जिससे समाज में सकारात्मक वातावरण बनें और लोगों में बदलाव आये। उन्होंने कहा कि अपने कार्य के साथ-साथ बच्चों के व्यवहार पर भी ध्यान दें, जिससे वे सही रास्ते पर चलकर आगे बढ़ सकें।
आनंदीबेन पटेल ने कृषकों से जैविक खेती को अपनाने पर बल दिया। कृषि क्षेत्र में भी महिलाओं को जोड़ने की अपेक्षा की, जिससे वह भी अपना सहयोग देकर जीवन स्तर को ऊपर उठा सकें और बराबर की हकदार बन सकें। राज्यपाल ने सर्किट हाउस में कृषकों के साथ बैठक के दौरान कृषकों से कृषि क्षेत्र में और अधिक उत्पादन बढ़ाने और उत्पादन लागत कम करने के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि जब कृषि लागत कम होगी तो आमदनी भी बढ़ेगी। उन्होंने कृषकों से जैविक खेती अपनाने पर बल देते हुए कहा कि अधिक उर्वरक के प्रयोग से आज के समय में कई प्रकार की बीमारियों का बढ़ना शुरू हुआ है, जो समाज के लिये कलंक है। इससे छुटकारा पाने के लिये जैविक खेती को बढावा दिया जाय। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि आज किसान, किसान को सीखने का अवसर दे रहे हैं और वह आगे बढ़ रहें हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने कृषकों को मण्डी से निजात दिलायी है, अब किसान अपनी फसल को अपनी इच्छानुसार जहां चाहे वहां अधिक से अधिक दाम पर बेंच सकतें हैं। सरकार किसान हित में तरह-तरह की योजनायें संचालित कर रही है। जिसके अन्तर्गत अनुदान पर कृषि यंत्र, बीज तथा फसल बीमा आदि की योजना भी प्रारम्भ की गई