लखनऊ (मानवी मीडिया) : उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा अध्यक्ष मायावती का आज 65वां जन्मदिन है। इस मौके पर मायावती ने एक बड़ा एलान किया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव अकेले ही लड़ने की घोषणा की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में बहुजन समाज पार्टी की जीत तय है। मायावती ने अपने जन्मदिन को कार्यकर्ताओं से सादगी और जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाने की अपील की है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने जन्मदिन के अवसर पर 'मेरे संघर्षमय जीवन और बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा, भाग-16' और इसका अंग्रेजी संस्करण 'ए ट्रैवलॉग ऑफ माइ स्ट्रगल रिडन लाइफ एंड बीएसपी मूवमेंट, वॉल्यूम 16' जारी किया। बसपा सुप्रीमो मायावती
मायावती ने टीकाकरण अभियान शुरू करने के सरकार के फैसले का स्वागत किया। मायावती ने केंद्र और राज्य सरकार से देश भर में सभी को मुफ्त में वैक्सीन प्रदान करने का अनुरोध किया।इस दौरान बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा किअगर उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार बनी तो वह सभी को मुफ्त में COVID-19 वैक्सीन प्रदान करेगी। इसके साथ ही मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने केंद्र सरकार से दिल्ली में आंदोलनरत किसानों की सभी मांगों को स्वीकार करने का आग्रह किया। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए बसपा किसी भी राजनीतिक दल के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी। पार्टी अपने दम पर सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ेगी।UP: तो राज्यसभा में जीत का एहसान विधानपरिषद चुनाव में प्रत्याशी न उतारकर चुकाएंगी BSP सुप्रीमो मायावती?गौरतलब है कि इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ऐलान किया था कि वह उत्तर प्रदेश में 2022 में होने विधानसभा चुनाव के दौरान किसी भी बड़ी पार्टी से गठबंधन नहीं करेंगे। हालांकि, अखिलेश ने कहा था कि वह छोटे दलों के साथ गठबंधन करेंगे। सपा ने महान दल समेत कई पार्टी से गठबंधन भी किया है।बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा ने हाथ मिलाया था। इस चुनाव के दौरान मायावती और अखिलेश एक मंच पर आकर मोदी लहर को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। इस गठबंधन का सबसे अधिक मायावती को हुआ। 2014 के चुनाव में एक भी सीट नहीं जीतने वाली बसपा ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, सपा 2014 की ही तरह 2019 में भी 5 सीट पर सिमट गई।