नई दिल्ली (मानवी मीडिया): विज्ञान भवन में शनिवार को मंत्रियों से पांचवें राउंड की वार्ता करने पहुंचे किसान नेताओं ने एक बार फिर सरकारी खाना ठुकरा दिया। उन्होंने लंगर का खाना मंगवाकर विज्ञान भवन में कुर्सी मेज की जगह फर्श पर बैठकर अन्न ग्रहण किया।
विज्ञान भवन में जब पांचवे दौर की बातचीत के दौरान ब्रेक लिया गया तो किसानों ने फिर से सरकारी खाने की बजाय अपना खुद का खाना पसंद किया। इसके लिए किसानों के एक ट्रक में खाना भिजवाया गया। किसान लगातार ऐसा करके सरकार के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। 3 दिसंबर को हुई चौथे दौर की बैठक के दौरान भी विज्ञान भवन में किसान अपना खाना साथ लेकर आए थे। बैठक के बीच हुए ब्रेक में किसान जमीन पर बैठकर अपनी रोटी खाते हुए नजर आए।इस बैठक में किसान संगठनों ने बैठक में कहा कि हम सरकार से चर्चा नहीं, ठोस जवाब चाहते हैं। उन्होंने सभी मुद्दों पर मंत्रियों से लिखित में जवाब में मांग की है। दिल्ली के विज्ञान भवन में हो रही इस बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल मौजूद हैं। वहीं बैठक में किसानों के 40 प्रतिनिधि शामिल हैं।सरकार और किसान नेताओं के बीच बैठक
कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान पिछले 10 दिनों से दिल्ली और उसकी सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी को लेकर केंद्र सरकार किसानों से बातचीत कर रही है। किसानों की मांग है कि इन तीनों कृषि कानूनों को रद्द किया जाना चाहिए। पांचवे दौर की बातचीत में केंद्र कई मामलों को लेकर किसानों को लिखित आश्वासन दे सकती है।