नईदिल्ली (मानवी मीडिया)- पार्टी में फूट और नाराजगी के बीच आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के दिग्गज नेताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक के बाद पंजाब प्रभारी एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि पार्टी में नेतृत्व को लेकर कोई शक नहीं है। सभी को सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अगुवाई में पूरा विश्वास है। कांग्रेस एकजुट है और आज की बैठक में हमने चुनाैतियों एवं मसलों को हल करने की दिशा में मंथन किया। 10 जनपथ में हुई बैठक के बाद पवन कुमार बंसल ने कहा, 'कांग्रेस की रणनीतिक बैठक में सकारात्मक चर्चा हुई। सभी स्तरों पर पार्टी को कैसे मजबूत किया जाए, इस पर नेताओं ने बात की। कांग्रेस में कोई फूट नहीं है, सभी एकजुट होकर पार्टी में ऊर्जा भरने के लिए प्रतिबद्ध हैं।' उन्होंने बताया, 'सोनिया गांधी ने कहा कि हम सभी एक बृहद परिवार हैं और हमें पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए।' हालांकि बैठक के बाद उन 23 नेताओं की तरफ से कोई बयान नहीं आया है जिनके द्वारा चिट्ठी के माध्यम से पार्टी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे।
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में कांग्रेस के असंतुष्ट ग्रुप G-23 के नेता शामिल हुए हैं। ये सभी नेता रणदीप सुरजेवाला की प्रेस कॉन्फ्रेंस से नाराज हैं। इन नेताओं का कहना है कि अगर सभी मुद्दे सुलझा लिए गए हैं तो मीटिंग की जरूरत ही क्यों है?
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बता दें कि 18 दिसंबर को रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि असंतुष्ट नेताओं की मुख्य मांग कांग्रेस का पूर्णकालिक अध्यक्ष चुनने की थी। अब जनवरी के अंत तक या फरवरी में चुनाव होने वाला है। इसी के साथ ही असंतुष्ट नेताओं की मांग पूरी हो गई है। हालांकि नाराज गुट-23 के प्रमुख नेता कपिल सिब्बल आज की बैठक में शामिल नहीं हुए। सिब्बल शनिवार की सुबह ही अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक दुबई चले गए हैं। जबकि कुछ दिन पहले ही अन्य नेताओं के साथ सिब्बल से भी मुलाकात करके पार्टी के नए संकट मोचक वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन्हें सोनिया गांधी के साथ बैठक को लेकर चर्चा की थी।