नई दिल्ली (मानवी मीडिया)-इंकम टैक्स विभाग ने करोड़ों की टैक्स चोरी के एक मामले का खुलासा किया है। आयकर विभाग की विभिन्न टीमों ने 3 दिसंबर को स्टील उत्पादों से जुड़ी कंपनी के दफ्तरों पर रेड की। यह कपंनी ओडिशा के राऊरकेला में स्थित है। कंपनी स्टील के उत्पाद बनाती भी है और इनकी ट्रेडिंग भी करती है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक इस स्टील ग्रुप ने 170 करोड़ की बोगस बिलिंग की। ये बिलिंग दो वित्त वर्षों में की गई है। इस बिलिंग को कंपनी के 17 यूनिट्स के कागजों में रिकार्ड किया गया। जितनी खरीदारी दिखाई गई वह फर्जी थी, वास्तव में कंपनी ने माल खरीदा ही नहीं था। ये सिर्फ वित्त विभाग को धोखा देने के लिए किया गया। इस मामले की जांच जारी है और विस्तृत वर्णन की प्रतीक्षा है।
ठीक इसी प्रकार का एक मामला जीएसटी सतर्कता महानिदेशालय (डीजीजीआई) नागपुर ने भी पकड़ा था। उसमें 25.22 करोड़ रुपये के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) सहित 290.70 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी वाले लेनदेन का पता लगाया गया। डीजीजीआई ने एक विज्ञप्ति में बताया था कि एक निजी कंपनी की तलाशी के बाद इसका पता लगा। इस संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है।
विज्ञप्ति के अनुसार, मुंबई स्थित एक कंपनी मेसर्स एम एंड एम एडवाइजर्स एंड कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के परिसरों की तलाशी ली गयी। तलाशी में मिले दस्तावेजों से पता चलता है कि कंपनी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय चैनलों पर प्रसारण के लिये फिल्म निर्माण घरों के लाइसेंसिंग अधिकारों में लगी हुई थी। बयान में कहा गया, ‘‘वे शीर्ष बैनरों द्वारा निर्मित फिल्मों के अधिकारों को खरीद रहे थे और इन अधिकारों को अनुबंध प्रणाली के तहत हस्तांतरित कर राइट्स असाइन्जर्स को दे रहे थे, जो इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठा रहे थे। हमने पाया है कि 290.70 करोड़ रुपये के फर्जी लेन-देन और 25.22 करोड़ रुपये के फर्जी आईटीसी राइट्स असाइनर्स को दिये गये।’’