नई दिल्ली (मानवी मीडिया): राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में पटाखों पर लगा बैन दिवाली के मौक पर बेमानी दिखा, जहां कई लोग पटाखे फोड़ते दिखे। इस कारण दिल्ली का वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में 414 तक पहुंच गया। कई स्थानों पर तो शनिवार देर रात स्मॉग का कहर देखने को मिला। हालांकि आज दोपहर बाद हल्की बारिश हो सकती है, जिस कारण हालात थोड़े सुधरने के अनुमान हैं। वहीं हवा का रुख भी दक्षिण पूर्व की दिशा में मुड़ने का अनुमान है, जिससे पराली जलाने से उठा धुएं के असर से शहर को थोड़ी मिल सकती है। दिवाली के मौके पर शहर में वर्ष 2016 के बाद हवा की गुणवत्ता (AQI) का यह सबसे खराब स्तर है। वहीं पिछले साल दिवाली की अगर बात करें तो 27 अक्टूबर को यहां 24 घंटे का औसत AQI 337 रहा था। वहीं अगले दो दिन यहां औसतन 368 और 400 के स्तर पर रहा।
इस कारण दिवाली के अलगे तीन दिनों तक वायु की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में ही रही।वायु प्रदूषण के मामले में पिछले चार वर्षों का रिकॉर्ड देखें तो वर्ष 2018 इस मामले में कम गंभीर रहा था। उस वर्ष दिवाली पर 24 घंटे का औसत AQI 281 पर था। हालांकि अगले दिन यह और बिगड़ गया और एक्यूआई 390 पर जा पहुंचा था। वहीं वर्ष 2017 में दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI 319 पर बना रहा था, जो कि काफी गंभीर स्थिति थी। इससे पहले, ‘सफर’ का आकलन था कि यदि दिवाली पर पटाखे नहीं जलाए गए तो दिल्ली की हवा में ‘पीएम 2.5’ कणों की मात्रा पिछले चार साल के मुकाबले सबसे कम रह सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से कहा गया है कि इस साल दिवाली के बाद पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवा की गति बढ़ने से दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में सुधार होने के आसार हैं।आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण रविवार को हल्की बारिश भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि दिवाली के बाद हवा की गति बढ़ने से दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। रविवार को हवा की अधिकतम गति 12 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की उम्मीद है।