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Saturday, October 17, 2020

उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए किए गए विभिन्न उपाय-, डी वी सदानंद गौड़ा 


लखनऊ(मानवी मीडिया) कृषि आदानों पर सीआईआई सम्मेलन में बोलते हुए रसायन एवं उर्वरक मंत्री  डी वी सदानंद गौड़ा ने सीआईआई एग्रो एंड फूड टेक 2020 के 14वें संस्करण का आयोजन करके कृषि क्षेत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए सीआईआई को बधाई दी। 


माननीय मंत्री ने आगे कहा कि सम्मेलन का विषय "ईज ऑफ डूइंग एग्रीकल्चर-फार्मिंग इनोवेशन" उपयुक्त और समय पर है ।उन्होंने सरकार द्वारा किसानों को उर्वरकों की आपूर्ति को सुचारू बनाने के लिए उठाए गए कदमों को सहविड समय में सूचीबद्ध किया ।उन्होंने मांग बनाम आपूर्ति पर वास्तविक समय की जानकारी का विश्लेषण कर निर्णय लेने में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) 2.0 की भूमिका पर प्रकाश डाला।जुलाई 2019 में लॉन्च किया गया डीबीटी 2.0 डीबीटी 1.0 पर अगला तार्किक कदम है; जो किसानों को लीकेज प्रूफ भुगतान के बारे में अधिक था। 


 


भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के उर्वरक विभाग के सचिव  Chhabilendra Roul ने भी किसानों के लाभ के लिए मंत्रालय द्वारा उठाए गए अभिनव कदमों पर बात की ।सचिव ने किसानों की उपलब्धता के बारे में वास्तविक समय की जानकारी देने के लिए किसानों के लिए डैशबोर्ड "उर्वर्क" और इसके विस्तार के रूप में एक एसएमएस गेटवे पर प्रकाश डाला जो खुदरा स्टोरों में उर्वरकों के बारे में वास्तविक समय की जानकारी देता है ।उन्होंने दर्शकों के साथ साझा किया कि कैसे सरकार उत्पादकता और स्थिरता के लिए नैनो या जैव उर्वरकों जैसे नए प्रकार के उर्वरकों के उपयोग पर किसानों के साथ जुड़ रही है । राउल ने कहा कि उनका आदर्श वाक्य १४०,०००,००० कृषक परिवारों के लिए जीवन में आसानी है । 


सीआईआई एग्रो एंड फूड टेक 2020 के अध्यक्ष और डीसीएम श्रीराम लिमिटेड के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ प्रबंध निदेशक अजय एस श्रीराम ने कृषि आदान-प्रदान क्षेत्र में अनुसंधान और विकास विभाग में एक सक्षम नियामक ढांचा तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया।उन्होंने डिजिटल प्रौद्योगिकी के महत्व और संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में भूमिका और आर्थिक और पारिस्थितिक दोनों लाभों को लाने में इसकी क्षमता को रेखांकित किया । 


सीआईआई उत्तरी क्षेत्र के पूर्व अध्यक्ष और पी आई इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष एमेरिटस  सलिल सिंघल ने कहा कि आने वाले 2-3 वर्षों में ऐसे प्रगतिशील उपायों का सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा ।हालांकि, एग्री इनपुट सेक्टर में काफी अनशेकल ध्यान देने की जरूरत है ।वर्तमान विनियामक ढांचे पर ध्यान देने की जरूरत है और अनुमोदन प्रक्रिया में काफी तेजी रखना होगा । 


कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड के प्रबंध निदेशक समीर गोयल ने कहा कि अगली हरित क्रांति डिजिटल प्रौद्योगिकी से प्रेरित होगी और साझा किया जाएगा कि कृषक समुदाय प्रौद्योगिकी को अपनाने के लिए जल्दी है ।उन्होंने कृषि से संबंधित हाल ही में पारित विधेयकों पर भारत सरकार को बधाई भी दी और महामारी के समय में किसानों को उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए माननीय मंत्री और सचिव को भी धन्यवाद दिया । 


एग्री इनपुट्स पर कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन और असेन हाइवेज प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ अरविंद कपूर ने सरकार के उच्चाधिकारियों का स्वागत किया और एग्री इनपुट्स सेक्टर में रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क में सुधार की जरूरत पर अपने विचार भी साझा किए।एक बहुत अच्छी तरह से भाग लिया संमेलन में निजी और सार्वजनिक क्षेत्र दोनों से अग्रणी खिलाड़ियों को देखा ।नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड के सीएमडी वीरेंद्र नाथ दत्त और राष्ट्रीय रसायन एवं उर्वरक लिमिटेड के सीएमडी एस सी मुगरीकर ने पीएसयू परिप्रेक्ष्य और किसानों के लाभ के लिए उठाए गए कदमों को साझा किया और ऐसी महत्वपूर्ण पहल के लिए सीआईआई को बधाई दी । 


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