नई दिल्ली (मानवी मीडिया) : एक ओर जहां दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है, वहीं दूसरी ओर रूस ने कोविड 19 की दूसरी वैक्सीन विकसित करने का दावा किया है। इसकी घोषणा खुद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को की है।
शुरुआती ट्रायल के बाद रूस ने अपनी दूसरी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। सरकारी अधिकारियों के साथ मीटिंग के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को ऐलान किया कि देश ने दूसरी कोरोना वायरस वैक्सीन ‘EpiVacCorona’ को शुरुआती ट्रायल के बाद मंजूरी दे दी है। बता दें कि इससे पहले रूस ने कोरोना की स्पूतनिक-5 वैक्सीन बनाई है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ने कहा कि अब हमें पहले और दूसरी वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है। इस वैक्सीन को साइबेरिया में स्थित वेक्टर इंस्टीट्यूट ने बनाया है जो पेप्टाइड आधारित है और कोरोना से बचाव के लिए इस वैक्सीन की दो खुराक देनी होगी। इसे करीब 100 वालंटियर्स पर टेस्ट किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दो महीने तक इसका ट्रायल हुआ है और दो सप्ताह पहले इसके शुरुआती अध्ययन के पूरा होने के बाद अब मंजूरी दी गई है। बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन के शुरुआती ट्रायल सफल रहे हैं और इस ट्रायल में शामिल होने वाले वालंटियर्स की उम्र 18 से 60 के बीच थी।
हालांकि, वैज्ञानिकों ने अभी तक अध्ययन के परिणाम प्रकाशित नहीं किए हैं। मीडिया से बातचीत में वैक्सीन विकसित करने वाले वैज्ञानिकों ने कहा कि यह कोरोना वायरस से व्यक्ति की रक्षा करने के लिए पर्याप्त एंटीबॉडी का उत्पादन करता है और जो प्रतिरक्षा बनाता है, वह छह महीने तक रह सकता है।रूस की उप प्रधानमंत्री ततयाना गोलिकोवा को यह वैक्सीन लगाई गई है। उन्होंने पहले कहा था कि वालंटियर के तौरपर उन्होंने भी शुरुआती ट्रायल में हिस्सा लिया था। गोलिकोवा ने कहा है कि देशभर में 40 हजार वालंटियर्स को कोरोना की 'EpiVacCorona' वैक्सीन के अगले चरण के ट्रायल के लिए चुना जाएगा। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि क्या टीका व्यापक उपयोग के लिए पेश किया जाएगा, जबकि परीक्षण अभी भी चल रहे हैं। बता दें कि इससे पहले रूस ने 11 अगस्त को दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन Sputnik V को मंजूरी दी थी।