नई दिल्ली (मानवी मीडिया)- साग सब्जी की कीमतों में लंबी छलांग के कारण सितंबर 2020 में थोक मुद्रास्फीति की दर में 1.32 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है। यह 4 महीने का उच्च स्तर है। सरकार के बुधवार को यहां जारी आंकड़ों में बताया कि अगस्त 2020 में थोक मुद्रास्फीति की दर 0.16 प्रतिशत रही थी। सितंबर 2020 में प्राथमिक वस्तु समूह की थोक मुद्रास्फीति की दर 5.10 प्रतिशत और विनिर्मित उत्पाद समूह की 1.61 प्रतिशत रही है। हालांकि ईंधन एवं बिजली के दामों में 9.54 प्रतिशत की कमी आई है। खाद्य समूह की थोक मुद्रास्फीति की दर में 6.92 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही है।सितंबर में थोक मुद्रास्फीति 1.32 प्रतिशत बढ़ी आंकड़ों के अनुसार खाद्य वस्तु समूह में सितंबर 2020 में धान की थोक कीमतों में 1.54 प्रतिशत, दाल में 12.53 प्रतिशत, सब्जी में 36.54 प्रतिशत, आलू में 107.63 प्रतिशत, दूध में 5.56 प्रतिशत और मांस, मछली अंडा में 4.15 प्रतिशत की बढोतरी हुई है।
दूसरी ओर मोटे अनाज थोक कीमतों में 3.91 प्रतिशत, गेंहू में 5.24 प्रतिशत और प्याज में 31.64 प्रतिशत की कमी आई है। गैर खाद्य वस्तु समूह में तिलहन की थोक कीमतें 0.65 प्रतिशत और खनिज 7.56 प्रतिशत चढी है जबकि कच्चा तेल के दाम 17.53 प्रतिशत गिरावट में रहे है। ईंधन एवं बिजली समूह में रसोई गैस एलपीजी के दाम 3.19 प्रतिशत है। हालांकि हार्ई स्पीड डीजल की कीमतें 16.56 प्रतिशत और पेट्रोल के 12.28 प्रतिशत गिरे हैं। विनिर्मित उत्पाद समूह में वनस्पति तेल एवं वसा के थोक दाम 18.15 प्रतिशत, तंबाकू उत्पाद के 2.13 प्रतिशत और काष्ठ एवं उत्पाद में 0.37 प्रतिशत की इजाफा हुआ है। हालांकि कपडा के दाम 3.57 प्रतिशत, परिधान में 0.5 प्रतिशत, चमड़ा और उत्पाद 0.42 प्रतिशत और कागज एवं उत्पाद 0.75 प्रतिशत गिरे हैं। सितंबर में बढ़ी थोक महंगाई, 7 माह के उच्चतम स्तर पर कीमतें -