मिर्जापुर 2: श्वेता त्रिपाठी ने शूटिंग के लिए गन ट्रेनिंग - मानवी मीडिया

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Tuesday, October 6, 2020

मिर्जापुर 2: श्वेता त्रिपाठी ने शूटिंग के लिए गन ट्रेनिंग

मुंबई (मानवी मीडिया); मिर्ज़ापुर शो का पहला सीजन एक दिलचस्प मोड़ पर समाप्त हुआ जो बदले के भावना से अंत होते हुए नज़र आया। जबकि अली के किरदार में पिछले सीजन में काफी एक्शन था, श्वेता के लिए एक्शन बिलकुल नया था। पहले सीज़न में ही उनका किरदार गोलू एक नटखट महिला के रूप में सामने आता है, लेकिन नए सीज़न में उनका चरित्र पूरी तरह से एक नए भाव में नज़र आएगा। अपनी बहन की मौत का बदला लेने के लिए, श्वेता  को भारी भरकम एक्शन सीन करने पड़े।


वह हमसे कहती है, “मुझे आज भी याद है कि मैंने पहली बार गन पकड़ा था; उसकी गूँज ने मुझे पूरी तरह से हिला दिया था। मुझे तभी पता चल गया था कि मुझे इसके लिए प्रशिक्षण करना होगा। हमने असली बंदूकों का इस्तेमाल किया और इसलिए मैंने स्टंट डायरेक्टर मनोहर वर्मा के साथ फिल्म सिटी के पास उनके ट्रेनिंग आर्केड में अगले 10 दिनों तक ट्रेनिंग किया। मैं ट्रेनिंग सेशंस में चीता (चैतन्य शर्मा, पति) को साथ ले जाती थी और वह मुझे गोलू 2.0 बनता देख बेहद उत्साहित रहता था। मैं प्रशिक्षण के दौरान कानो में एयर प्लग्स लगा के संगीत सुना करती थी। असली आत्मविश्वास सेट पर आया थाहाथ में दहकती गन लिए इमोशनल सीन्स को अंजाम देना और यह सुनिक्षित करना सब कुछ आसानी से हो जाये काफी कठिन था। विशेष रूप से मेरे जैसे किसी के लिए क्योंकि मैं हिंसा पसंद नहीं करती लेकिन यह श्वेता नहीं बल्कि गोलू की कहानी है। मैं गोलू का जीवन जी रही हूं। मुंबई में शूटिंग के मेरे पहले दिनों में से एक, मैंने खुद को भावनात्मक रूप से तैयार किया। यह पहली बार है जब मैं एक्शन सीन्स कर रही थी और मैंने शारीरिक रूप बहुत पहले ही इसकी तयारी शुरू कर दिया था। इस सीजन में मेरा किरदार एक दिलचस्प छाप लोगो को दिल और दिमाग पे छोड़ जायेगा। वह सीजन 1 से गोलू की तरह नहीं दिखेगी। मैं रोजाना शूटिंग और ट्रेनिंग पूरी करती थी। हम कई महिलाओं को बंदूक पकड़े हुए नहीं देखते हैं अगर मैं ऐसा कर रहा हूं, तो मैं इसे अच्छी तरह से करना चाहती थी।


श्वेता कहती हैं कि जिन लोगों पर आप भरोसा करते हैं, उनके साथ काम करना महत्वपूर्ण है। "गन प्रशिक्षण महत्वपूर्ण था लेकिन मास्टरजी मुझे याद दिलाते रहे कि यह गोलू की भावनाएं हैं। इस काम में उपलब्धि पाना एक कठिन हिस्सा था और जब ऐसा होता है तो एक ऐसे चरित्र के साथ जिसे आप बेहतर जानते हैं और पूरे सीजन जिया हैं, ऐसा करना रोमांचकारी था । मैंने एक्शन्स सीन्स के लिए बेहद म्हणत करि है और खुद कई स्टंट्स भी किया है क्योंकि स्टंट डबल्स प्रामाणिकता पर समझौता कर सकते थे।। हमने एक्शन सीन सिखाये जाते थे शूट करने से पहले और इसे अच्छी तरह से कोरियोग्राफ किया जाता था शूट करने से पहले। यह पूरा अनुभव एक यादगार सफर रहा जहाँ मैंने अपने किरदार की इतनी तयारी की थी।


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