नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन जी ने 151 गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
जी.पी.एस. युक्त इन गाड़ियों में लगा है स्वच्छता जागरूकता के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम
हर गाड़ी पर तैनात होगा एक स्वच्छता चैंपियन, जो करेंगे स्वच्छता संबंधी जागरूकता प्रचारित तथा कूड़ा पृथक्करण हेतु करेंगे प्रेरित
लखनऊ (मानवी मीडिया) भारत सरकार के शहरी एवं आवास मंत्रालय द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 में मिलियन प्लस नगरों की श्रेणी में लखनऊ को 12वीं रैंक प्राप्त हुई है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व व मार्ग निर्देशन में उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास विभाग तथा नगर निगम लखनऊ स्वच्छता के प्रति और अधिक सकारात्मक सोच उत्पन्न कर सर्वोच्च स्थान प्राप्त किए जाने हेतु प्रयासरत हैं।
लखनऊ नगर निगम सीमान्तर्गत डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण से शहर के शत-प्रतिशत भवनों को आच्छादित किए जाने की योजना के अंतर्गत नगर विकास विभाग, उ.प्र. शासन द्वारा नगर निगम लखनऊ द्वारा 220 अतिरिक्त वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। नगर विकास विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए इन वाहनों से डोर टू-डोर कलेक्शन में वाहनों की कमी दूर हो सकेगी तथा 100 प्रतिशत कूड़ा संग्रहण करने में सहायता मिलेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने आज लखनऊ नगर निगम को मिलीं गाड़ियों में से 151 गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, “आज कूड़े का निस्तारण विश्व में बड़ी समस्याओं में एक है, लखनऊ नगर निगम इसके लिए बहुत सजग है और इसके लिए निरंतर कार्य हो रहे है। इससे पहले लखनऊ स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में 121वें नम्बर पर था, अब देश में 12वें नम्बर पर है। इसके लिए लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया को और लखनऊ नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी बधाई और साधुवाद के पात्र हैं। हम सब का प्रयास है कि आगामी वर्षों में लखनऊ देश के अग्रणी शहरों में शामिल हो।”
टंडन ने कहा, “नगर विकास विभाग द्वारा लखनऊ नगर निगम को 220 गाड़ियां उपलब्ध कराई गईं हैं, जिनमें से 151 को आज हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है। ये गाड़ियां डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करेंगीं और उसे नियत स्थान पर ले जाएंगीं, जहां कूड़े के निस्तारण का प्रबंधन किया जाएगा। आगामी दिनों में इस व्यवस्था का परिणाम दिखेगा, राजधानी का गौरव बरकरार रहेगा और लखनऊ का शुमार देश के सुन्दरतम शहरों में होगा।” उन्होंने कहा कि वर्तमान में नगर निगम लखनऊ को 151 वाहन प्राप्त हो चुके है। पूर्व में उपलब्ध वाहनों के अतिरिक्त इन वाहनों का प्रयोग घर-घर से कूड़ा संग्रहण में किया जाएगा। इन वाहनों की विशेषता यह है कि प्रत्येक वाहन में चार कंपार्टमेंट है जिसमें सूखा, गीला, हेजार्डियस कूड़ा एवं सेनेटरी नैपकिन एकत्रित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त वाहन में जागरूकता हेतु सहायक साधन जैसे पब्लिक एड्रेस सिस्टम उपलब्ध है तथा सभी वाहन जी.पी.एस सुविधा से युक्त है।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि सर्वप्रथम जोन में शत प्रतिशत भवनों से कूड़ा संग्रहण किए जाने का लक्ष्य है जिसके अंतर्गत उपलब्ध कराये गये 151 में से जोन-4 में 54 वाहन उपलब्ध करा दिए गए हैं। यह वाहन अपने निर्धारित रूट चार्ट के अनुसार क्षेत्र में निकलकर अपना कार्य प्रारम्भ कर देंगे, अन्य जोन में प्रति जोन 14 वाहन उपलब्ध करा दिए गए हैं, जो वार्ड के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर जागरूकता प्रसारित करने का कार्य भी करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वाहन के साथ एक-एक स्वच्छता चैम्पियन की तैनाती भी की गई है, जो स्वच्छता संबंधी जागरूकता प्रचारित करने व नागरिको को अपने-अपने घरों से निकलने वाले कूड़े को इन वाहनों के माध्यम से निस्तारित करने हेतु प्रेरित करेंगे। चैम्पियन्स द्वारा यह भी पर्यवेक्षण किया जाएगा कि कूड़ा एकत्रण का कार्य सही प्रकार से हो रहा है तथा कितने घरों को योजना से आच्छादित किया गया। उन्होंने कहा कि इन वाहनों तथा निर्धारित कार्य योजना से कूड़ा संग्रहण किए जाने के उपरांत नगर को स्वच्छता के मानकों के अनुरूप उच्चीकृत किए जाने में सहयोग मिलेगा एवं जनमानस को एक स्वस्थ एवं स्वच्छ वातावरण प्राप्त हो सकेगा।
इस अवसर पर लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, अनुराग यादव, सचिव, नगर विकास, अजय कुमार द्विवेदी, नगर आयुक्त, लखनऊ सहित नगर विकास विभाग तथा लखनऊ नगर निगम के अधिकारीगण उपस्थित रहे।