LAC पर जारी तनाव के बीच ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग होंगे आमने-सामने     - मानवी मीडिया

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Monday, October 5, 2020

 LAC पर जारी तनाव के बीच ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग होंगे आमने-सामने    

नई दिल्ली (मानवी मीडिया): भारत और चीन के बीच लद्दाख में चल रहे तनाव के बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुलाकात होने जा रही है। अगले महीने 17 नवंबर से शुरू हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में ये दोनों नेता वर्चुअली मिलेंगे। BRICS देशों में ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं। इस बार ब्रिक्स देशों के नेताओं की बैठक का विषय 'पार्टनरशिप फॉर ग्लोबल स्टेबिलिटी, शेयर्ड सिक्योरिटी एंड इनोवेटिव ग्रोथ होगा। इससे पहले  BRICS एनएसए की वर्चुअल मीटिंग रूस में हुई थी। भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व अजीत डोभाल ने किया था जबकि चीनी पक्ष का नेतृत्व राजनयिक यांग जिएची ने किया था।भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में मई के महीने से ही गतिरोध बना हुआ। अब तक दोनों देशों के बीच कूटनीतिक से लेकर सैन्य स्तर तक कई दौर की बातचीत हुई है। लेकिन, सीमा पर सैन्य जमावड़ा कम नहीं हो रहा है। गलवान हिंसा के बाद दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास एक दूसरे के ऊपर न के बराबर रह गया है। ऐसे में लगातार इस बात के प्रयास किए जा रहे हैं कि सीमा पर तनाव कम किया जाए। लेकिन, तनाव का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि वायुसेना प्रमुख ने बयान देते हुए कहा कि सीमा पर युद्ध के हालात हैं और न ही शांति के। वायुसेना प्रमुख ने टू फ्रंट वॉर की स्थिति में करारा जवाब देने की बात कही है। इन सबके बीच, अगर ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति आमने-सामने होंगे तो उम्मीद की जानी चाहिए कि तनाव कम करने में मदद मिलेगी।  बता दें कि भारत और चीन के बीच लंबे समय से लद्दाख सीमा पर विवाद चल रहा है। पैंगोंग लेक, गलवान घाटी और हॉट स्प्रिंग सहित अन्य क्षेत्रों में चीनी सैनिकों के दाखिल होने से ये विवाद पैदा हुआ है। 15 जून की रात लद्दाख की गलवान वैली में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत के एक कर्नल और 19 जवान शहीद हो गए थे। चीन के भी 43 सैनिकों के मारे जाने की खबर आई थी। हालांकि दोनों देशों की सेनाओं के बीच गोली नहीं चली थी। बातचीत के जरिए दोनों देश इस विवाद को सुलझानें की कोशिश कर रहे हैं लेकिन अब तक इसे पूरी तरह सुलझाया नहीं जा सका है


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