गैंगरेप कांड के मामले ने पकड़ा तूल, गांव में एंट्री बैन-पुलिस से धक्कामुक्की में गिरे TMC सांसद   - मानवी मीडिया

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Friday, October 2, 2020

गैंगरेप कांड के मामले ने पकड़ा तूल, गांव में एंट्री बैन-पुलिस से धक्कामुक्की में गिरे TMC सांसद  

हाथरस (मानवी मीडिया)-यहां लड़की से हुए गैंगरेप और आधी रात को उसका अंतिम संस्कार किए जाने का मामला पूरी तरह से गरमाया हुआ है। वहीं पीड़िता के गांव में मीडिया की एंट्री भी बैन कर दी गई है। कांग्रेस भी इस मुद्दे को भुनाने में जुटी है और इसी आज गांव के बाहर हुई धक्का-मुक्की के बीच टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन घिर गए। ब्रायन के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल हाथरस सीमा पर प्रवेश करना चाहता था लेकिन प्रतिनिधिमंडल को एंट्री से रोक दिया गया। वे मृतका के परिवारवालों से मिलने जा रहे थे। जब पुलिस ने उन्हें गांव में घुसने की इजाजत नहीं दी तो उनकी पुलिस से धक्कामुक्की हो गई और वह जमीन पर गिर पड़े। पीड़ित के गांव के बाहर पुलिस ने बैरिकेड लगा रखे हैं।  


टीएमसी सांसद प्रतिमा मोंडल ने कहा, 'हमें ममता बनर्जी द्वारा कथित दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए भेजा गया ताकि हम अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर सकें। हालांकि हमने अपना परिचय दिया, हमें उनसे मिलने नहीं दिया गया और पुलिस द्वारा धक्का दिया गया। यदि वे एक महिला सांसद का सम्मान नहीं कर सकते हैं तो आम लोगों की स्थिति की कल्पना करें।'तृणमूल की नेता ममता ठाकुर ने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों ने हमारे ब्लाउज खींचे और हमारी सांसद प्रतिमा मंडल पर लाठीचार्ज किया, वे नीचे गिर गईं। फीमेल पुलिस के होते हुए मेल पुलिस ने हमारी सांसद को छूआ। यह शर्म की बात है।हाथरस की घटना पर एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, मुझे लगता है कि यूपी सरकार कुछ छिपाना चाहती है। राहुल और प्रियंका गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ क्या हुआ, डीएम और अन्य लोगों के इस तरह के बयानों से साबित होता है कि यूपी सरकार कुछ छिपाना चाहती।   एक वीडियो में हाथरस के डीएम प्रवीण लक्षकार पीड़ित परिवार से यह कहते हुए दिख रहे हैं कि मीडिया आज यहां है, कल नहीं रहेगा। आप सरकार की बात मान लीजिए। यह वीडियो वायरल होने के बाद परिवार के किसी भी सदस्य को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा।  


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