भाजपा शासित नार्थ एमसीडी 34 प्रतिशत हाउस टैक्स बढ़ाने और पार्किंग व विज्ञापनों से मिलने वाले टैक्स को पूरी तरह से माफ करने का प्रस्ताव लाना चाहती है:
दुर्गेश पाठक- नार्थ एमसीडी को विज्ञापन और पार्किंग से टैक्स के तौर पर करोड़ों रुपए मिलते हैं, इससे डाॅक्टरों की सैलरी दी जा सकती है, लेकिन उसे वेतन देने में दिलचस्पी नहीं: दुर्गेश पाठक
ठेकेदारों और भाजपा नेताओं की मिलीभगत के चलते नार्थ एमसीडी पार्किंग व विज्ञापनों से मिलने वाले टैक्स को माफ करना चाहती है और इसकी भरपाई 34 प्रतिशत हाउस टैक्स बढ़ाकर करना चाहती है:
दुर्गेश पाठक- आम आदमी पार्टी नार्थ एमसीडी में लाए जा रहे इन प्रस्तावों का विरोध करती है और पार्किंग व विज्ञापन से मिलने वाले टैक्स को माफ न करने की मांग करती हैे: दुर्गेश पाठक
नई दिल्ली (मानवी मीडिया): आम आदमी पार्टी ने भाजपा शासित नार्थ एमसीडी में 34 प्रतिशत हाउस टैक्स बढ़ाने और पार्किंग व विज्ञापनों से मिलने वाले करोड़ों रुपए टैक्स को माफ करने के लिए लाए जा रहे प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा शासित नार्थ एमसीडी भ्रष्टाचार से हुई तबाही की भरपाई के लिए दिल्ली की जनता पर 34 प्रतिशत हाउस टैक्स का बोझ डालना चाहती है। नार्थ एमसीडी 34 प्रतिशत हाउस टैक्स बढ़ाने और पार्किंग व विज्ञापनों से मिलने वाले टैक्स को माफ करने का प्रस्ताव ला रही है। टैक्स के तौर पर एमसीडी को करोड़ों रुपए मिलते हैं, जिससे डाॅक्टरों की सैलरी दी जा सकती है, लेकिन उसे सैलरी देने में दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों और भाजपा नेताओं की मिलीभगत के चलते नार्थ एमसीडी यह टैक्स माफ कर रही है। आम आदमी पार्टी इन प्रस्तावों का विरोध करती है और मांग करती है कि विज्ञापन और पार्किंग का पैसा माफ न किया जाए।आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने भाजपा शासित नॉर्थ एमसीडी में आज तीन नए प्रस्ताव पेश किए जाने की संभावना के मद्देनजर पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की। दु्र्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी में हाहाकर मचा हुआ है। चारों तरफ लोग परेशान हैं। इस कोरोना काल में लोग पहले ही काफी परेशान हैं, उनका व्यवसाय खत्म हो गया है, उनकी नौकरियां चली गई हैं। ऊपर से एमसीडी के अंदर काम करने वाले डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को भाजपा शासित एमसीडी वेतन तक नहीं दे पा रही हैं। कोरोना काल में भाजपा के भ्रष्टाचार की वजह से पूरी एमसीडी तबाह हो चुकी है। दु्र्गेश पाठक ने कहा कि अब भ्रष्टाचार से होने वाली तबाही की भरपाई करने के लिए भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के लोगों पर टैक्स लगाकर उनका खून पीना चाहती है। आज नॉर्थ एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी तीन नए प्रस्ताव ला रही है। उन प्रस्तावों को देखकर लगता है कि भाजपा भ्रष्टाचार और अपने अहंकार में इतना डूब चुकी है कि वो यह भी भूल गई है कि एमसीडी को कैसे चलाया जाए? आम आदमी पार्टी तो लगातार मांग कर रही है कि भाजपा एमसीडी छोड़ दे, हम उसे अच्छे से चलाकर दिखा देंगे। अब इनके नए प्रस्तावों से यह साबित हो गया है कि भाजपा को एमसीडी चलाने का कोई अनुभव नहीं है। उनको नहीं पता कि एमसीडी को कैसे परेशानियों से बाहर निकाला जाए। उन्होंने आगे कहा कि आज भाजपा तीन प्रस्ताव नॉर्थ एमसीडी की में ला रही है। उनका पहला प्रस्ताव है कि दिल्ली की जनता जो हाउस टैक्स एमसीडी को देती है उसमें 34 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी जाए। उनका दूसरा प्रस्ताव है कि दिल्ली में होर्डिंग्स पर जो विज्ञापन दिए जाते हैं, उससे मिलने वाले टैक्स को माफ कर दिया जाए। भाजपा का तीसरा प्रस्ताव है कि नॉर्थ एमसीडी के अंदर जो पार्किंग व्यवस्था है उससे वसूला जाने वाला टैक्स भी माफ कर दिया जाए। दु्र्गेश पाठक ने आगे कहा, तीनों प्रस्तावों से साफ हो गया है कि भाजपा सिर्फ दिल्ली की जनता को परेशान करना चाहती है। एक तरफ तो भाजपा विज्ञापन और पार्किंग से आने वाला पैसा माफ कर पूंजिपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा शासित एमसीडी हाउस टैक्स में 34 फीसदी की बढ़ोतरी कर दिल्ली की भोली-भाली जनता पर अत्याचार करना चाहती है। टैक्स के नाम पर उनकी गाढ़ी कमाई को लूटना चाहती है। समझ में यह नहीं आता कि जिन लोगों ने भाजपा पर भरोसा कर उन्हें एमसीडी सौंपी, उनके साथ भाजपा क्या करना चाहती है। विज्ञापन और पार्किंग से आने वाले करोड़ों रुपयों को माफ कर भाजपा शासित एमसीडी दिखाना चाहती है कि डॉक्टरों को वेतन देने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है। आप के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने कहा, आज हिंदूराव, कस्तूबरबा गांधी, राजन बाबू, महर्षि वाल्मीकि और बालक राम अस्पताल के डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी सड़कों पर हैं, वो अपने वेतन को लेकर एमसीडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मैं डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों से कहना चाहता हूं कि उनको वेतन न मिलने का एक कारण यह भी है कि भाजपा विज्ञापन और पार्किंग से मिलने वाले करोड़ों रुपयों को माफ कर रही है। खबर तो यह भी है कि पार्किंग वाले और विज्ञापन देने वाले ठेकेदारों ने भाजपा के नेताओं से मुलाकात की है। उन्होंने भाजपा नेताओं पर टैक्स माफ करने के लिए दबाव बनाया है जिसके बाद भाजपा एमसीडी में यह प्रस्ताव लाना चाहती है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा शासित एमसीडी दिल्ली की जनता से टैक्स के नाम पर ज्यादा पैसे वसूलकर ठेकेदारों को फायदा पहुंचाना चाहती है। दिल्ली के लोगों ने भी एमसीडी में इतनी बेशर्म सरकार कभी नहीं देखी होगी। एमसीडी पार्किंग और विज्ञापन का पैसा माफ कर दिल्ली के लोगों पर इसका भार डालना चाहती है। आम आदमी पार्टी स्टैंडिंग मकेटी में इसका विरोध करेगी। हम भाजपा के नेताओं से कहना चाहते हैं कि अगर जरा सी भी शर्म आपके अंदर बाकी है तो इस तरह का घटिया मजाक दिल्ली की जनता के साथ न करें। जनता पर थोपा जाने वाला हाउस टैक्स वापस लिया जाए और विज्ञापन और पार्किंग का पैसा माफ न किया जाए।।