डाॅ0 अब्दुल कलाम देश के लिये सपने देखते थे  डाॅ0 कलाम की शिक्षाओं को युवा आत्मसात करें - राज्यपाल --   - मानवी मीडिया

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Thursday, October 15, 2020

डाॅ0 अब्दुल कलाम देश के लिये सपने देखते थे  डाॅ0 कलाम की शिक्षाओं को युवा आत्मसात करें - राज्यपाल --  

राज्यपाल ने किया ‘कलाम किचन’ एवं ‘कलाम डिजिटल स्कूल’  का शुभारम्भ


लखनऊ : (मानवी मीडिया)    उत्तर प्रदेश की राज्यपाल  आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन लखनऊ से पूर्व राष्ट्रपति डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम की 89वीं जयन्ती के अवसर पर डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम सेन्टर द्वारा लखनऊ में शुरू किये जा रहे ‘कलाम किचन’ का आॅनलाइन शुभारम्भ किया। उन्होंने ‘कलाम डिजिटल स्कूल’ का भी शुभारम्भ किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत रत्न डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम देश के लिये सपने देखते थे। देश को अंतरिक्ष में पहुंचाने और मिसाइल क्षमता से लैस करने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने अपने को सदैव एक शिक्षक ही माना। उन्होंने कहा कि डाॅ0 कलाम ज्ञान आधारित समाज का सपना देखते थे और उनका दृष्टिकोण समाधान केन्द्रित था। राज्यपाल ने कहा कि डाॅ0 अब्दुल कलाम ऐसे राष्ट्र नायक थे, जिन्होंने अपने कार्यों और विचारों से न केवल लोगों को प्रेरित किया, बल्कि युवा पीढ़ी का मार्गदर्शन करते हुए असम्भव को भी सम्भव कर दिखाने की प्रेरणा दी। उनकी दी हुई शिक्षाओं को हमारे युवाओं को आत्मसात करने की जरूरत है। उन्होंने विज्ञान के साथ सामाजिक, राजनीतिक तथा आर्थिक क्षेत्र में भी कई नये विचार दिये। राज्यपाल ने कहा कि डाॅ0 कलाम का कहना था कि युवाओं को यदि सही दिशा दिखाई जाए तो वे मानवता के लिए परिवर्तनकारी बदलाव ला सकते हैं।


उन्होंने कहा कि आज डाॅ0 कलाम के सकारात्मक कार्य करते रहने की प्रवृत्ति को युवाओं को अपने जीवन से जोड़ने की जरूरत है।  आनंदीबेन पटेल ने कहा कि देश की युवा पीढ़ी नये-नये आविष्कार करें और एक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने में अपना योगदान दे। भारत को एक ऐसा देश बनाना है, जहां गांव-शहर का अन्तर न के बराबर हो, जहां सभी के लिए संसाधनों की समान उपलब्धता हो, जहां हर किसी को बेहतर स्वास्थ्य सेवा और अच्छी शिक्षा मिले। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में प्रत्येक नागरिक की विशेष भूमिका है। उन्होंने कहा कि निरन्तर प्रयासों से और सबके साथ मिलकर हम इस सपने को साकार कर सकते हैं। राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम के विजन को आगे ले जाने में कलाम सेन्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। लखनऊ में ‘कलाम किचन’ की शुरूआत उन लोगों के लिए की जा रही है, जिनकी आय में कोरोना महामारी के कारण कमी आई है। यह किचन अगले दो महीने तक 10 हजार से भी अधिक लोगों की मदद मासिक राशन किट देकर करेगा। ‘कलाम डिजिटल स्कूल’ के माध्यम से विद्यार्थी निःशुक्ल एनिमेशन द्वारा डा0 कलाम से सीधे पढ़ सकते हैं। इस अवसर पर कलाम सेंटर के सी0ई0ओ0  सृजन पाल सिंह नई दिल्ली से, कलाम सेंटर के ट्रस्टी डा0 अशोक विखे पाटिल, सुश्री रितु प्रकाश छाबरिया लंदन से,  पायल राजपाल पुणे से एवं गोदरेज से डिम्पी देव आनलाइन जुड़ी हुईं थी।  


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