छोटे एवं मंझोले किसानो को संगठित करने कि आवश्यकता - योगी आदित्यनाथ - मानवी मीडिया

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Friday, October 16, 2020

छोटे एवं मंझोले किसानो को संगठित करने कि आवश्यकता - योगी आदित्यनाथ

लखनऊ(मानवी मीडिया) मुख्य मंत्री  योगी आदित्यनाथ ने अपने अभिभाषण में बताया की इस महामारी के दुष्परिणामों ने लगभग सभी क्षेत्रों को प्रभावित किया है, सिवाए कृषि क्षेत्र के जो की एकमात्र क्षेत्र है जिसने विपरीत परिस्थितियों में भी विकास की दर को बनाये रखते हुए राज्य तथा राष्ट्रीय जीडीपी में सराहनीय योगदान दिया है I उन्होंने कहा की किसान की बेहतर आर्थिक स्थिति तथा किसान कल्याण उनकी सरकार की प्राथमिकता है और इसी कारण प्रदेश की चीनी मिलें  लोखड़ौन के नियमो का पालन करते हुए भी सुचारु रूप से कार्यरत रही और गणना किसानो को भी पर्याप्त लाभ मिला |
सी आई आई की १६- २२ अक्टूबर तक आयोजित होने वाली सात दिवसीय एग्रो & फ़ूड टेक २०२० समारोह में किसानो एवं उद्योगपतियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के ९२% किसान छोटे एवं मंझोले स्तर के है और हमे इस क्षेत्र को संगठित कर इनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर करने कि आवश्यकता है | इसी के मद्देनज़र ब्लॉक स्तर पर कृषि उत्पादक संस्थानों कि स्थापना हेतु नीति बनायीं जा चुकी है तथा इसका क्रियान्वयन प्रगति पर है | मुख्यमंत्री ने ये भी बताया कि 'एक जिला एक उत्पाद' योजना के तहत विभिन्न जिलों के कृषि उत्पादों कि GI (ज्योग्राफिकल इंडिकेटर) टैगिंग कि व्यवस्था कि जारही है जैसे कि चावल कि एक प्रमुख प्रजाति काला नमक को भी GI  में नामांकित किया जाचुका है | उन्होंने CII को इस आयोजन हेतु बधाई देते हुए इस समारोह द्वारा अधिक से अधिक किसानो के लाभान्वित होने कि आशा व्यक्त कि और उद्योगपतियों से प्रदेश में अधिक से अधिक खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां लगाने का अनुरोध किया |

सी आई आई एग्रो तथा फ़ूड टेक २०२० के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, दी सी एम् श्रीराम  अजय श्रीराम ने कहा कि देश के सबसे बड़े कृषि राज्य का इस सम्मलेन में प्रतिभाग करना काफी उत्साह दायी है | उन्होंने कहा कि "एक राज्य एक बाजार" न सिर्फ समय कि मांग है बल्कि किसानो को उनके उत्पादन को उनके इच्छानुसार बेचने कि आज़ादी के लिए भी अनिवार्य है | इस क्षेत्र में प्रौद्योगिकी तथा खेती करने कि उन्नत तकनीक इस क्षेत्र को नए आयाम स्थापित करने में मदद करेगी |

सी आई आई के उत्तरी क्षेत्र के अध्यक्ष तथा त्रिवेणी टर्बेंस  के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक  निखिल साहनी ने बताया राज्य सरकार द्वारा किये गए नीति सुधारो के कारण MSME क्षेत्र को काफी प्रोत्साहन मिलेगा | उन्होंने ये भी बताया कि राज्य के सर्वांगीण विकास हेतु कृषि क्षेत्र, उद्योग तथा शैक्षणिक संस्थानों को सम्मिलित रूप से कार्य करना होगा | उत्तर प्रदेश कृषि तथा डेरी का सबसे बड़ा उत्पादक है और इसी लिए यह खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार भी है |

चंद्रजीत बनर्जी, महानिदेशक, भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने उत्तर प्रदेश सरकार को सुशासन तथा उद्दमियो के मध्य विश्वास का माहौल स्थापित करने हेतु बधाई दी | व्यापार कि सुगमता के पायदान में भी वृद्धि के कारण उद्योगपतियों में उत्तर प्रदेश में निवेश करने हेतु सकारात्मक भावना का विकास हुआ है | उन्होंने उल्लेखित किया कि सी आई आई ने पृथक व्यापार सेवा इकाई कि स्थापना कि है जिसके माध्यम से कृषक उत्पादक संस्था (FPOs )  को बाजार से जोड़ा जा सकता है | इस यूनिट के माध्यम से वर्ष २०२५ तक २५००० किसानो को लाभान्वित करने का उद्देश्य है|


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