29 संगठनों का अहम फैसला, मालगाड़ियों के लिए पांच नवंबर तक ट्रैक पर नहीं उतरेंगे     - मानवी मीडिया

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Wednesday, October 21, 2020

29 संगठनों का अहम फैसला, मालगाड़ियों के लिए पांच नवंबर तक ट्रैक पर नहीं उतरेंगे    

चंडीगढ़ (मानवी मीडिया)- 29 किसान संगठनों ने आज एक अहम फैसले के तहत पांच नवंबर तक ट्रेनें चलने देने का फैसला किया है। आज चंडीगढ़ में बैठक के पश्चात किसान नेताओं ने कहा कि पांच नवंबर तक मालगाड़ियां चल सकेंगी परंतु भाजपा नेताओं का घेराव, टोल प्लाजा, रिलायंस के पेट्रोल पंपों के सामने प्रदर्शन जारी रहेगा। चार नवंबर को बैठक करके अगली रणनीति के बारे में बताया जाएगा।    उधर, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसान यूनियनों के फैसले का स्वागत किया है कि वे रेल रोको आंदोलन के दौरान मालगाड़ियों को नहीं रोकेंगे जिसके कारण राज्य की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। मुख्यमंत्री ने उनकी अपील पर यह फैसला लेने के लिए किसानों का धन्यवाद किया और कहा कि किसानों ने यह कदम उठाकर पंजाब की जनता के प्रति प्रेम और संजीदगी प्रकट की है। उन्होंने आज यहां कहा कि रेल रोको आंदोलन के कारण बिजली संयंत्रों में कोयले का स्टाक खत्म होने को है जिससे राज्य में बिजली संकट पैदा हो सकता है। किसानों के इस फैसले ने बड़ी राहत दी है। कैप्टन सिंह ने कहा कि इस फैसले से किसान संगठनों ने उद्योगों को भी राहत दी है जिसके कारण उद्योगों का माल न तो बाहर जा रहा था और न ही कच्चा माल राज्य में आ रहा था। इससे उद्योगों को भारी घाटा हो रहा था। कोरोना महामारी की मार से लोग बुरी तरह त्रस्त हैं। लोगों का रोजगार छिन गया । मालगाड़ियों के आने -जाने से प्रदेश में यूरिया की कमी दूर हो सकेगी ।  किसानों को खाद की कमी से जूझना पड़ रहा है । मुख्यमंत्री ने किसान संगठनों से अपील की कि वे यात्री ट्रेनों पर रोक हटायें ताकि लंबे समय से परेशान यात्रियों को राहत मिल सके । विशेषकर त्यौहारी सीजन में हजारों की संख्या में पंजाबी यात्रा करते हैं और पंजाबियों के हितों का ध्यान रखते हुये ट्रेनों की आवाजाही बहाल करें क्योंकि बाहर फंसे हजारों परिवार अपनों से मिलने को बेताब हैं । उन्होंने कहा कि उनकी सरकार केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की लड़ाई में उनके साथ खड़ी है और किसान अपने प्रदेश के लोगों के लिये असुविधा पैदा न करें और लोकतांत्रिक ढंग से अपनी लड़ाई जारी रखें। 


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