महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन की आहट! भाजपा चीफ का बड़ा बयान- जब अलग-अलग दलों के दो बड़े नेता मिलते हैं तो चाय-बिस्कुट की नहीं, राजनीति की बात होती है - मानवी मीडिया

निष्पक्ष एवं निर्भीक

.

Breaking

Post Top Ad

Post Top Ad

Tuesday, September 29, 2020

महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन की आहट! भाजपा चीफ का बड़ा बयान- जब अलग-अलग दलों के दो बड़े नेता मिलते हैं तो चाय-बिस्कुट की नहीं, राजनीति की बात होती है

मुंबई (मानवी मीडिया): जब अलग-अलग दलों के दो बड़े नेता मिलते हैं तो चाय-बिस्कुट की नहीं, राजनीति की बात होती है। यह कहना है महाराष्ट्री बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का। पाटिल ने यह बड़ा बयान पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना सांसद संजय राउत की हालिया मुलाकात को लेकर दिया है। संजय राउत और देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात    बता दें कि दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद महाराष्ट्र में सियासी अटकलें तेज हो गई हैं। लोग सत्ता परिवर्तन की चर्चा करने लगे हैं। महाराष्ट्र बीजेपी चीफ से जब इसको लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जब अलग-अलग पार्टी के दो बड़े नेता मिलते हैं तो राजनीतिक चर्चा होती है। अगर वे दो घंटे से अधिक समय तक बैठक करते हैं तो जाहिर सी बात है कि वे चाय-बिस्कुट की चर्चा नहीं करेंगे।


हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि बैठक में किसी भी तरह का फैसला नहीं हुआ।आपको बता दें कि शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत तथा फडणवीस के बीच शहर के एक होटल में शनिवार को मुलाकात हुई थी। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने बाद में कहा था कि राउत के साथ हुई मुलाकात शिवसेना के मुखपत्र सामना के वास्ते लिए गए एक साक्षात्कार के संबंध में थी। राउत सामना के कार्यकारी संपादक भी हैं।वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने ने कहा था कि मैं कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए देवेंद्र फडणवीस से मिला। वह पूर्व सीएम हैं और इसके अलावा, वह महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता हैं और भाजपा के बिहार प्रभारी हैं। आपको बता दें कि इस मुलाकात के बाद महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया था।संजय राउत ने इस मुलाकात पर कहा था कि हमारे बीच वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन हम दुश्मन नहीं हैं। सीएम को हमारी बैठक के बारे में पता था। राउत ने मुंबई के एक होटल में फडणवीस से मुलाकात की थी। राउत पिछले साल विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता बंटवारे के फार्मूले को लेकर भाजपा विरोधी रुख के लिए सुर्खियों में थे।


Post Top Ad