कोरोना संकट के बीच चीन में नए वायरस का खतरा बढ़ा, ICMR ने जारी की चेतावनी         - मानवी मीडिया

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Tuesday, September 29, 2020

कोरोना संकट के बीच चीन में नए वायरस का खतरा बढ़ा, ICMR ने जारी की चेतावनी        

नई दिल्ली (मानवी मीडिया): कोरोना वायरस से अभी दुनिया उभर भी नहीं पाई है, इस बीच चीन से एक और नए वायरस के फैलने की खबरें आ रही है। आईसीएमआर ने इसे लेकर चेतावनी भी जारी कर दी है। इस नए वायरस का नाम कैट क्यू वायरस (CQV) है। ICMR के वैज्ञानिकों ने इसे लेकर कहा कि लोगों को सजग रहना चाहिए। चीन में ये वायरस फैलने लगा है। वहां कई मरीज सामने आए हैं। भारतीय मच्छरों में इसके व्यवहार को समझना जरूरी    नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) (NIV), आईसीएमआर, पुणे के वैज्ञानिकों ने राज्यों में परीक्षण किए गए 883 मानव सीरम नमूनों में से दो में वायरस के लिए एंटीबॉडी की खोज की है। नमूनों के परीक्षण ने संकेत दिया कि कर्नाटक के दो नमूनों को 2014 और 2017 में किसी समय CQV से संक्रमित हुए थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ICMR अध्ययन से पता चला है कि भारत में अलग-अलग नस्लों के मच्छर में CQV की चपेट में आ सकते हैं जिससे ये वायरस फैल सकता है। इसलिए भारत में इसके प्रति अलर्ट जारी किया गया है। ये नया वायरस आर्थ्रोपोड-जनित वायरस की श्रेणी में आता है। ये क्यूलेक्स नाम के मच्छरों के अलावा सूअर में भी पाया जाता है। इस वायरस का संक्रमण फैला तो बड़ी संख्या में स्वास्थ्य संकट खड़ा हो जाएगा। वायरस हमारे देश में दस्तक दे चुका है या नहीं, इसके लिए बड़े स्तर पर जांच करने की योजना बनाई जा रही है। प्रतीकात्मक तस्वीरइंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में जून महीने में प्रकाशित एक रिसर्च में कहा गया है, 'इंसानों के सीरम सैंपलों की जांच में ऐंटी-सीक्यूवी आईजीजी ऐंटीबॉडी का पाया जाना और मच्छरों में सीक्यूवी का रेप्लकेशन कपैबिलिटी से पता चलता है कि भारत में यह बीमारी फैलाने की क्षमता रखता है। ऐसे में इंसानों और सूअरों के और सीरम सैंपलों की जांच होनी चाहिए ताकि पता चल सके कि कहीं यह वायरस हमारे बीच पहले से ही मौजूद तो नहीं है।' एक वैज्ञानिक ने कहा, 'भारत के संदर्भ में आंकड़े बताते हैं कि कुछ मच्छर सीक्यूवी के लेकर संवेदनशील हैं। इस तरह मच्छर सीक्यूवी के संक्रमण का कारक बन सकते हैं।'


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