मुंबई (मानवी मीडिया): हिन्दी सिनेमा के दिग्गज गीतकार अभिलाष ने रविवार की रात दुनिया को अलविदा कह दिया। 74 वर्षीय अभिलाष बीते दिनों ही लिवर कैंसर से पीड़ित पाए गए थे। जिसके बाद उनके लिवर ट्रांसप्लांट की तैयारी की जा रही थी। लेकिन, हालत बिगड़ने के बाद मुंबई में उनका निधन हो गया। मध्यरात्रि में ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने उन्हें कलाश्री अवार्ड से सम्मानित किया था। अभिलाष ने इतनी शक्ति हमें देना दाता, इक नदिया, सावन को आने दो और चांद जैसे मुखड़े पर, जैसे गीत रचे थे। उन्होंने लगभग 28 फिल्मों में और तकरीबन 50 धारावाहिकों में गीत लिखे। अभिलाष का मानना था कि इस गाने को लिखने के बाद उन्हें आत्मिक संतुष्टि मिली थी। फिल्मों में गाने लिखने के अलावा अभिलाष रेडियो के लिए भी लिखते थे।इतनी शक्ति हमें देना दाता' के गीतकार अभिलाष का निधन, लंबे समय से थे बीमार | 'इतनी शक्ति हमें देना दाता' के गीतकार Abhilash का हुआ निधन, लंबे समय से एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि, बॉलीवुड में मेरा पहला गीत लता मंगेशकर की आवाज में रिकॉर्ड हो रहा था। गीत 'सांझ भई घर आजा पिया' की रिकॉर्डिंग खत्म हुई तो बात आई कि इसके गीतकार के लिए क्या नाम लिखा जाए। मेरा असली नाम ओमप्रकाश है, मगर यह नाम वहां मौजूद म्यूजिक डायरेक्टर महावीरजी को पसंद नहीं आया। उन्होंने कहा कुछ और नाम बताओ। जिसके बाद वहां मौजूद किसी साथी ने अभिलाष कहा और मैंने भी हामी भर दी। तब से ही ओमप्रकाश अभिलाष के नाम से फेसम होता गया। गीतकार अभिलाष ने बताया था, फिल्म 'अंकुश' का गीत 'इतनी शक्ति हमें देना दाता' गीत के लिए मुझे मेहनत नहीं करना पड़ी। इस गीत को लिखने में भी करीब दो महीने लग गए। पर मैं इस गीत को 'दाता' की नैमत मानता हूं। जब भी मैं सिचुएशन के हिसाब से गीत लिखता था वह खारिज हो जाता था। तब मेरे दोस्त ने मेरी हौसलाअफ्जाई की और एक दिन गाड़ी में बैठे-बैठे मुझे कुछ शब्द याद आए और इस गीत का मुखड़ा बन गया। मशहूर गीतकार अभिलाष का निधन, लिवर कैंसर के चलते दुनिया को कहा अलविदा |
इन हिंदी जानकारी के अनुसार, अभिलाष लिवर कैंसर के चलते पिछले 10 महीने से बिस्तर पर थे। उनका एक ऑपरेशन भी हुआ था। उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। बीते दिनों अभिलाष की पत्नी ने आर्थिक मदद की गुजारिश की थी। अभिलाष के निधन के बाद से सिनेमा में शोक की लहर छा गई है। सोशल मीडिया पर सितारों सहित उनके चाहने वालों ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया है।गीतकार अभिलाष का जन्म 13 मार्च 1946 को दिल्ली में हुआ। दिल्ली में उनके पिता का व्यवसाय था। वो चाहते थे कि अभिलाष व्यवसाय में उनका हाथ बटाएं। लेकिन ऐसा संभव नहीं हुआ। छात्र जीवन में बारह साल की उम्र में अभिलाष ने कविताएं लिखनी शुरू कर दी थीं। मैट्रिक की पढ़ाई के बाद वो मंच पर भी सक्रिय हो गए। उनका वास्तविक नाम ओम प्रकाश है। उन्होंने अपना तखल्लुस 'अजीज' रख लिया। ओमप्रकाश' अजीज' के नाम से उनकी गजलें, नज़्में और कहानियां कई पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुईं।