Post Top Ad
Sunday, August 23, 2020
Home
राष्ट्रीय
IIPM के फाउंडर डायरेक्टर अरिंदम चौधरी गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला ******************************* रविवार 23 अगस्त 2020 | नई दिल्ली (मानवी मीडिया) : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट (IIPM) के डायरेक्टर अरिंदम चौधरी को गिरफ्तार किया गया है। सीजीएसटी साउथ दिल्ली कमिश्नरेट ने 21 अगस्त को वित्त अधिनियम की धारा 89 के तहत अरिंदम चौधरी को गिरफ्तार किया था। टैक्स में गड़बड़ी के आरोपों के चलते चौधरी की गिरफ्तारी की गई है। यह गिरफ्तारी यूजीसी की शिकायत पर हुई है। बताया जा रहा है कि यह गिरफ्तारी सेंट्रल जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने की है। बता दें कि अरिंदम को इससे पहले भी मार्च में गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि चौधरी पर संस्थान की बैलेंसशीट में हेराफेरी करने का भी आरोप है। गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत में पेश किया गया। अदालत ने ने अरिंदम चौधरी और उनके साथ एक और निदेशक को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। सूत्रों के अनुसार, सर्विस टैक्स का भुगतान करने के लिए नकदी की कमी का सामना करने के बाद संस्थान निदेशक ने लगभग 23 करोड़ रुपये के सेनवैट की क्रेडिट एंट्री की।इसके बाद यह राशि अगले साल की बैलेंस शीट में दिखाई लेकिन यह कभी भुगतान ही नहीं किया गया। सूत्रों ने कहा कि चौधरी के पास कंपनी के करीब 90% शेयर हैं, जबकि बाकी की उनकी पत्नी के पास हैं। 2018 में, एक अप्रत्यक्ष कर ट्रिब्यूनल ने आईआईपीएम के खिलाफ सर्विस टैक्स की मांग को यह कहते हुए सही ठहराया कि संस्थान द्वारा कर की मांग के आधार पर “शैक्षणिक पाठ्यक्रमों” को बाहर करने की कोई गुंजाइश नहीं है।सूत्रों ने कहा कि जांच में कथित सर्विस टैक्स चोरी का एंगल भी शामिल होगा। यह पहली बार नहीं हैं जब अरिंदम चौधरी को गिरफ्तार किया गया हो। चौधरी को इस साल मार्च में एक जाली मेडिकल सर्टिफिकेट जमा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उस समय पुलिस ने उन्हें 2016 के एक मामले के संबंध में जांच में शामिल होने के लिए कहा था। खबरों को पढ़ने के लिए👇👇👇👇👇
IIPM के फाउंडर डायरेक्टर अरिंदम चौधरी गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला ******************************* रविवार 23 अगस्त 2020 | नई दिल्ली (मानवी मीडिया) : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट (IIPM) के डायरेक्टर अरिंदम चौधरी को गिरफ्तार किया गया है। सीजीएसटी साउथ दिल्ली कमिश्नरेट ने 21 अगस्त को वित्त अधिनियम की धारा 89 के तहत अरिंदम चौधरी को गिरफ्तार किया था। टैक्स में गड़बड़ी के आरोपों के चलते चौधरी की गिरफ्तारी की गई है। यह गिरफ्तारी यूजीसी की शिकायत पर हुई है। बताया जा रहा है कि यह गिरफ्तारी सेंट्रल जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने की है। बता दें कि अरिंदम को इससे पहले भी मार्च में गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि चौधरी पर संस्थान की बैलेंसशीट में हेराफेरी करने का भी आरोप है। गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत में पेश किया गया। अदालत ने ने अरिंदम चौधरी और उनके साथ एक और निदेशक को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। सूत्रों के अनुसार, सर्विस टैक्स का भुगतान करने के लिए नकदी की कमी का सामना करने के बाद संस्थान निदेशक ने लगभग 23 करोड़ रुपये के सेनवैट की क्रेडिट एंट्री की।इसके बाद यह राशि अगले साल की बैलेंस शीट में दिखाई लेकिन यह कभी भुगतान ही नहीं किया गया। सूत्रों ने कहा कि चौधरी के पास कंपनी के करीब 90% शेयर हैं, जबकि बाकी की उनकी पत्नी के पास हैं। 2018 में, एक अप्रत्यक्ष कर ट्रिब्यूनल ने आईआईपीएम के खिलाफ सर्विस टैक्स की मांग को यह कहते हुए सही ठहराया कि संस्थान द्वारा कर की मांग के आधार पर “शैक्षणिक पाठ्यक्रमों” को बाहर करने की कोई गुंजाइश नहीं है।सूत्रों ने कहा कि जांच में कथित सर्विस टैक्स चोरी का एंगल भी शामिल होगा। यह पहली बार नहीं हैं जब अरिंदम चौधरी को गिरफ्तार किया गया हो। चौधरी को इस साल मार्च में एक जाली मेडिकल सर्टिफिकेट जमा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उस समय पुलिस ने उन्हें 2016 के एक मामले के संबंध में जांच में शामिल होने के लिए कहा था। खबरों को पढ़ने के लिए👇👇👇👇👇
Post Top Ad
Author Details
.