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Monday, August 24, 2020
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संपादकीय / ऐतिहासिक घटनाएं
1200 रुपए किलो मिलती है यह सब्जी, केवल सावन के महीने में ले सकते हैं इसका लाभ, *********************************** सोमवार 24 अगस्त2020 | नई दिल्ली(मानवी मीडिया) : देश की सबसे महंगी सब्जी जिसके बारे में आपने शायद ही सुना होगा। खास बात यह है कि यह सिर्फ सावन के महीने में बिकती है। वो भी देश के दो ही राज्यों में झारखंड और छत्तीसगढ़। लेकिन दोनों राज्यों में इसका नाम अलग है। इस सब्जी का नाम है खुखड़ी है। इसकी कीमत है 1200 रुपए प्रति किलो, लेकिन बाजार में आते ही यह सब्जी हाथों-हाथ बिक जाती है। बताया जा रहा है कि इस सब्जी में अत्यधिक मात्रा में प्रोटीन मिलता है। छत्तीसगढ़ में इसे खुखड़ी कहते हैं। वहीं झारखंड में इसे रुगड़ा कहते हैं। दिखने में ये मशरूम की एक प्रजाति हैं। यह सब्जी खुखड़ी (मशरूम) है, जो प्राकृतिक रूप से जंगल में निकलती है। इस सब्जी को दो दिन के अंदर ही पकाकर खाना होता है, नहीं तो यह बेकार हो जाती है। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर, सूरजपुर, सरगुजा समेत उदयपुर से लगे कोरबा जिले के जंगल में बारिश के दिन में प्राकृतिक रूप से खुखड़ी निकलती है। दो महीने तक उगने वाली खुखड़ी की मांग इतनी ज्यादा हो जाती है कि जंगल में रहने वाले ग्रामीण इसको जमा करके रखते हैं। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर सहित दूसरे नगरीय इलाकों में बिचौलिए इसे कम दाम में खरीदकर 1000 से लेकर 1200 रुपए प्रति किलो से बेचते हैं। सीजन में प्रतिदिन अंबिकापुर के बाजार में इसकी लगभग पांच क्विंटल आपूर्ति होती है। सावन के पवित्र महीने में झारखंड की एक बड़ी आबादी ने चिकन और मटन खाना एक माह के लिए बंद कर देती है। रांची में यह 700 से 800 रुपए प्रति किलो के भाव से बिकती है। सब्जी के अलावा इसका उपयोग दवाई बनाने में भी किया जाता है। बताया जा रहा है कि बरसात के मौसम में बिजली कड़कने से धरती फटती है। इसी समय धरती के अंदर से सफेद रंग की खुखड़ी निकलती है। पशु चराने वाले चरवाहों को खुखड़ी की अच्छी परख होती है खबरों को देखने के लिए👇👇👇👇।
1200 रुपए किलो मिलती है यह सब्जी, केवल सावन के महीने में ले सकते हैं इसका लाभ, *********************************** सोमवार 24 अगस्त2020 | नई दिल्ली(मानवी मीडिया) : देश की सबसे महंगी सब्जी जिसके बारे में आपने शायद ही सुना होगा। खास बात यह है कि यह सिर्फ सावन के महीने में बिकती है। वो भी देश के दो ही राज्यों में झारखंड और छत्तीसगढ़। लेकिन दोनों राज्यों में इसका नाम अलग है। इस सब्जी का नाम है खुखड़ी है। इसकी कीमत है 1200 रुपए प्रति किलो, लेकिन बाजार में आते ही यह सब्जी हाथों-हाथ बिक जाती है। बताया जा रहा है कि इस सब्जी में अत्यधिक मात्रा में प्रोटीन मिलता है। छत्तीसगढ़ में इसे खुखड़ी कहते हैं। वहीं झारखंड में इसे रुगड़ा कहते हैं। दिखने में ये मशरूम की एक प्रजाति हैं। यह सब्जी खुखड़ी (मशरूम) है, जो प्राकृतिक रूप से जंगल में निकलती है। इस सब्जी को दो दिन के अंदर ही पकाकर खाना होता है, नहीं तो यह बेकार हो जाती है। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर, सूरजपुर, सरगुजा समेत उदयपुर से लगे कोरबा जिले के जंगल में बारिश के दिन में प्राकृतिक रूप से खुखड़ी निकलती है। दो महीने तक उगने वाली खुखड़ी की मांग इतनी ज्यादा हो जाती है कि जंगल में रहने वाले ग्रामीण इसको जमा करके रखते हैं। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर सहित दूसरे नगरीय इलाकों में बिचौलिए इसे कम दाम में खरीदकर 1000 से लेकर 1200 रुपए प्रति किलो से बेचते हैं। सीजन में प्रतिदिन अंबिकापुर के बाजार में इसकी लगभग पांच क्विंटल आपूर्ति होती है। सावन के पवित्र महीने में झारखंड की एक बड़ी आबादी ने चिकन और मटन खाना एक माह के लिए बंद कर देती है। रांची में यह 700 से 800 रुपए प्रति किलो के भाव से बिकती है। सब्जी के अलावा इसका उपयोग दवाई बनाने में भी किया जाता है। बताया जा रहा है कि बरसात के मौसम में बिजली कड़कने से धरती फटती है। इसी समय धरती के अंदर से सफेद रंग की खुखड़ी निकलती है। पशु चराने वाले चरवाहों को खुखड़ी की अच्छी परख होती है खबरों को देखने के लिए👇👇👇👇।
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