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- राष्ट्रीय शनिवार 07 मार्च, 2020 |अयोध्या महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर शनिवार अयोध्या में रामलला का दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी तथा सामना की संपादक रश्मि ठाकरे और बेटे आदित्य ठाकरे भी मौजूद हैं। ठाकरे लखनऊ के अमौसी हवाईअड्डे पर विशेष विमान से उतरने के बाद पूर्वाह्न् करीब 1:15 बजे सडक़ मार्ग से रामनगरी अयोध्या पहुंचे। वह बाईपास स्थित पंचशील होटल में रुकेंगे। उद्धव ठाकरे ने पुरानी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए राम मंदिर के लिए एक करोड़ रुपये का दान करने का ऐलान किया। सीएम उद्धव ठाकरे ने शनिवार को यहां कहा कि रामलला का मंदिर बनाना हम सब की जिम्मेदारी है। मंदिर ऐसा भव्य बनना चाहिए कि दुनिया देखे। उद्धव ठाकरे ने कहा, मैं यहां पर रामलला का आशीर्वाद लेने आया हूं। आज यहां मेरे साथ भगवा परिवार के कई सदस्य हैं। पिछले डेढ़ साल के दौरान अयोध्या का यह मेरा तीसरा दौरा है। मैं आज यहां दर्शन-पूजन भी करूंगा। मैं राम मंदिर के लिए एक करोड़ रुपये दान करने की घोषणा करता हूं। यह दान राज्य सरकार की तरफ से नहीं, बल्कि मेरे ट्रस्ट से दिया जाएगा। उद्धव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, मैं बीजेपी से अलग हुआ हूं, हिंदुत्व से नहीं। बीजेपी का मतलब हिंदुत्व नहीं है। हिंदुत्व अलग है और बीजेपी अलग है।
उधर, उद्धव ठाकरे का विरोध करने वाले संतों, महंतों व हिंदू महासभा के जिला अध्यक्ष राकेशधर मिश्रा को उनके आवासों पर ही नजरबंद कर दिया गया है। सभी के आवासों के बाहर पुलिस तैनात है। हिंदू महासभा के महंत परशुराम दास भी नजरबंद किए गए हैं। तपस्वी छावनी के संत परमहंस को उनके आश्रम में नजरबंद किया गया है। इसके साथ ही हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास को भी नजरबंद किया गया है। ये सभी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे के विरोध की घोषणा की थी। इन्होंने काला झंडा दिखाने का ऐलान भी किया था।