बेटियों की कंपनी को 600 करोड़ दिलवाने में फंसे राणा कपूर, ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में किया गिरफ्तार - मानवी मीडिया

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Sunday, March 8, 2020

बेटियों की कंपनी को 600 करोड़ दिलवाने में फंसे राणा कपूर, ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में किया गिरफ्तार




  • मुख्य समाचार

  • राष्ट्रीय रविवारर 08 मार्च, 2020 |मुंबईप्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर से लगातार दूसरे दिन पूछताछ की। यह पूछताछ उनके और कुछ अन्य लोगों से जुड़े धन शोधन के एक मामले में की गई। इसके अलावा दिल्ली और मुंबई में कुछ और स्थानों पर छापे भी मारे गये। समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि ईडी ने मुंबई में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को शनिवार देर रात गिरफ्तार किया। कपूर से शनिवार को एजेंसी ने पूछताछ की और यस बैंक के प्रमोटर से जुड़े परिसरों की तलाशी ली। अधिकारियों ने बताया कि कपूर को शनिवार दोपहर में बालार्ड एस्टेट स्थित एजेंसी के कार्यालय लाया गया।ईडी ने धन शोधन रोकथाम अधिनियम(पीएमएलए) के तहत कपूर से सात घंटे पूछताछ कर बयान दर्ज किया है। इसके अलावा और अधिक जानकारी एवं सबूत जुटाने के लिए कपूर की तीन बेटियों के दिल्ली और मुंबई स्थित परिसरों पर शनिवार को छापे भी मारे। प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार रात वर्ली इलाके में ”समुद्र महल” परिसर में राणा के आवास की तलाशी ली थी और उससे वहां भी सख्त सवाल जवाब किए गए। अधिकारियों ने कहा कि कपूर के खिलाफ मामला घोटाले से प्रभावित डीएचएफएल से जुड़ा हुआ है, क्योंकि बैंक द्वारा कंपनी को दिया गया कर्ज कथित रूप से गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घोषित कर दिया गया है। दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) द्वारा एक कंपनी को 600 करोड़ रुपये का ऋण देना भी ईडी की जांच के दायरे में है।बता दें कि यस बैंक में नागपुर के संत तुकड़ोजी महाराज विश्वविद्यालय के 191 करोड़ रुपये जमा हैं। विश्वविद्यालय सीनेट की बैठक में यस बैंक में जमा रकम का खुलासा हुआ। सीनेट सदस्य मनमोहन वाजपेयी ने सवाल उठाया कि राष्ट्रीयकृत बैंक में रकम जमा करने के स्पष्ट आदेश के बावजूद निजी बैंक में पैसे क्यों जमा किए गए। फिलहाल, इसकी जांच के लिए समिति गठित की जा चुकी है।वहीं पुणे जिले की पिंपरी चिंचवड़ महानगरपालिका के करीब 920 करोड़ रुपये यस बैंक में जमा होने की जानकारी सामने आई है। वहीं, नासिक महानगरपालिका के भी 310 करोड़ रुपये और स्मार्ट सिटी के 15 करोड़ रुपये यस बैंक में जमा हैं। पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका आयुक्त श्रवण हार्डीकर का कहना है कि इससे महानगरपालिका पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।   




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