ट्रंप के साथ होंगे ये 5 सौदे, जो बदल देंगे भारत-अमेरिका के रिश्तों की तस्वीर - मानवी मीडिया

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Monday, February 24, 2020

ट्रंप के साथ होंगे ये 5 सौदे, जो बदल देंगे भारत-अमेरिका के रिश्तों की तस्वीर




  • राष्ट्रीय सोमवारर 24 फरवरी, 2020 |अहमदाबाद भारत और भारतवासी कई दिनों से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का इंताजर कर रहे है। उनके स्वागत के लिए देश की सड़कों को दुल्हन की तरह सजा दिया गया। लेकिन अब ये देशवासियों का इंतज पूरी तरह से खत्म हो गया है क्योंकि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत की धरती पर कदम रख लिया है। दुनिया की सबसे मजबूत देश के राष्ट्रपति का स्वागत बहुत ही शानदार तरीके से किया जा रहा है। उनका अभिनंदन भारतीय संस्कृति से जुड़ी हर रस्म को निभाकर किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के अहमदाबाद में उनका स्वागत करेंगे। इसके लिए मोटेरा स्टेडियम तैयार है। ट्रंप-मोदी दोस्ती के इतर इस दौरे पर दोनों देश पांच ऐसे डील करने वाले हैं, जो भारत-अमेरिका संबंधों को नए सिरे से परिभाषित करेंगे। इनमें घरेलू सुरक्षा, बौद्धिक संपदा कानून, सिविल न्यूक्लियर डील के तहत रिएक्टर समझौता, रक्षा सौदा और सीमित ट्रेड डील शामिल है। सीमित ट्रेड डील इसलिए कि डॉनल्ड ट्रंप भारत आने से पहले ही कह चुके हैं कि व्यापक समझौते की गुंजाइश इस यात्रा में कम ही है।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में आपसी संबंध बढ़ाने और एच-1बी वीजा के मुद्दे को उठाया जाएगा। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने वीजा के नियम कड़े कर दिए हैं। जिसके बाद भारतीय युवाओं का अमेरिकी सपना मुश्किल हो गया है। अपनी 36 घंटे की यात्रा के दौरान ट्रंप अहमदाबाद से आगरा जाएंगे। इसके बाद दिल्ली में द्वीपक्षीय मुद्दों पर बातचीत होगी। वहीं ट्रंप-मोदी के बीच सामरिक मुद्दे हावी रहने के आसार हैं। खासतौर से अमेरिका और तालिबान के बीच होने वाली शांति वार्ता और चीन की पाकिस्तान को मदद के बाद प्रधानमंत्री मोदी भारत का मजबूती से पक्ष रखेंगे। डोनाल्ड ट्रंप भारतीय प्रधानमंत्री से अमेरिकी सामान पर आयात शुल्क घटाने की बात कर सकते हैं। जानकारी के अनुसार रक्षा सौदे को लेकर भी बात हो सकती है। रक्षा सौदा एक ऐसा क्षेत्र है जहां ट्रंप भारतीय रुख को समझेंगे। ट्रंप यह बात अच्छी तरह से जानते हैं कि भारत हथियारों का एक बड़ा खरीददार है और इस मामले में रूस लीड ले सकता है जो अमेरिका का प्रतिद्वंदी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पहले केंद्र सरकार ने 24 एमएच-60 रोमिया हेलिकॉप्टर और छह एएच-64ई अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदने को मंजूरी दे दी है। जिसपर यात्रा के दौरान मुहर लग जाएगी। इस दौरान डिफेंस डील का दायरा बढ़ाने का भी एलान हो सकता है। भारत-अमेरिका के बीच 2008 में ऐतिहासिक परमाणु समझौता हुआ था। जिसके बाद इस क्षेत्र में सहयोग बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया था कि वेस्टिंगहाउस और न्यूक्लियर पॉवर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआईएल) आंध्र प्रदेश के कोव्वादा में 1100 मेगावाट के छह रिएक्टर बनाने की बात कर रहे हैं। परमाणु समझौते के तहत किसी भी तरह की दुर्घटना होने पर पूरी जिम्मेदारी सप्लायर पर डालने के प्रावधान से अमेरिका चिंतित था। हालांकि इसमें ऑपरेटर की भूमिका को भी शामिल किया गया है। वहीं बीमा कवर देने की भी बात है जिसके बाद अमेरिकी कंपनियों ने उत्सुकता दिखाई है। 




 

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