शिकायतों के निस्तारण की सूचना न मिलने पर आई0जी0आर0एस0  के नोडल अधिकारी से स्पष्टीकरण प्राप्त किए जाने के निर्देश दिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ - मानवी मीडिया

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Thursday, February 13, 2020

शिकायतों के निस्तारण की सूचना न मिलने पर आई0जी0आर0एस0  के नोडल अधिकारी से स्पष्टीकरण प्राप्त किए जाने के निर्देश दिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ बृहस्पतिवार 13 फरवरी 2020 मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आगरा एवं पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर को आई0जी0आर0एस0 पोर्टल पर फीडबैक 

प्राप्त न होने तथा एस0एम0एस0 के माध्यम से शिकायतों के निस्तारण की सूचना न मिलने पर आई0जी0आर0एस0 

के नोडल अधिकारी से स्पष्टीकरण प्राप्त किए जाने के निर्देश दिए

 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आगरा एवं पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर को आई0जी0आर0एस0 के नोडल अधिकारी से 

प्राप्त स्पष्टीकरण को टिप्पणी सहित मुख्यमंत्री कार्यालय को 01 सप्ताह में उपलब्ध कराने के निर्देश

 

आई0जी0आर0एस0 सन्दर्भों में आवेदक से 100 प्रतिशत फीडबैक लिए जाने एवं उन सन्दर्भों के 

पुनः परीक्षण में आवेदक के फीडबैक को विशेष महत्व दिए जाने के निर्देश


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आगरा एवं पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर को आई0जी0आर0एस0 पोर्टल पर फीडबैक प्राप्त न होने तथा एस0एम0एस0 के माध्यम से शिकायतों के निस्तारण की सूचना न मिलने पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए आई0जी0आर0एस0 के नोडल अधिकारी से स्पष्टीकरण प्राप्त किए जाने के निर्देश दिए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आगरा एवं पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर को निर्देश दिए गए हंै कि आई0जी0आर0एस0 के नोडल अधिकारी से प्राप्त स्पष्टीकरण को वे टिप्पणी सहित मुख्यमंत्री कार्यालय को 01 सप्ताह में उपलब्ध कराएं। मुख्यमंत्री जी द्वारा आई0जी0आर0एस0 सन्दर्भों में आवेदक से 100 प्रतिशत फीडबैक लिए जाने एवं उन सन्दर्भों के पुनः परीक्षण में आवेदक के फीडबैक को विशेष महत्व दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
यह जानकारी देते हुए आज यहां राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय में आई0जी0आर0एस0 पोर्टल पर दोनों अधिकारियों के कार्यालय में प्राप्त शिकायतों की फीडिंग का रैण्डम आधार पर परीक्षण किया गया। इसमें यह तथ्य संज्ञान में आया कि आई0जी0आर0एस0 पार्टल पर कार्यालय द्वारा फीड किए गए सन्दर्भों में आवेदक का मोबाइल नम्बर प्रार्थना पत्र में अंकित होने के बावजूद पोर्टल पर फीड नहीं किया जा रहा है। रैण्डम रूप से परीक्षण में कमी पाए गए सन्दर्भों की सूची भी सम्बन्धित अधिकारियों को भेजी गई है।
प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर के कार्यालय में अधिकांश प्रार्थनों पत्रों को स्कैन करते समय निचले हिस्से, जिसमें आवेदक का मोबाइल नम्बर लिखा होता है, को काट दिया गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि किसी स्तर पर जान-बूझकर मोबाइल नम्बर फीड नहीं किए जा रहे हैं व आवेदक के प्रार्थना पत्रों को स्कैन करते समय निचले हिस्से को काट दिया जा रहा है, जिससे आवेदक से पोर्टल पर फीडबैक प्राप्त न हो सके।
प्रवक्ता के अनुसार मोबाइल नम्बर फीड नहीं होने के कारण आवेदक न तो स्वयं फीडबैक दे पा रहे हैं और न ही मुख्यमंत्री कार्यालय/हेल्पलाइन के माध्यम से आवेदक को काॅल कर फीडबैक प्राप्त किया जाना सम्भव हो पा रहा है। इसके अतिरिक्त आवेदक को आई0जी0आर0एस0 पोर्टल के एस0एम0एस0 के माध्यम से निस्तारण की सूचना भी नहीं प्राप्त हो पा रही है।
इसके अलावा, पुलिस महानिदेशक को पुलिस के अन्य जनपदीय कार्यालयों में आई0जी0आर0एस0 पोर्टल पर प्रार्थना पत्रों की फीडिंग में मोबाइल नम्बर की फीडिंग व स्कैनिंग की स्थिति को चेक कराने के भी निर्देश दिए गए हैं। इस सम्बन्ध में गम्भीर कमी व अनियमितता पाए जाने पर उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराने के लिए भी निर्देशित किया गया है।
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