लखनऊ 25 फरवरी 2020 वर्ष1947 से लेकर वर्ष 2016 तक प्रदेश में सिर्फ 12 मेडिकल काॅलेज ही मौजूद थे, वर्ष 2016 के बाद से अब तक प्रदेश में 29 नये मेडिकल काॅलेज बन रहे हैं या बनाए जाने की प्रक्रिया जारी है
राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में, विशेषतः ग्रामीण क्षेत्रों में, अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की दृष्टि से विगत 02 फरवरी, 2020
से आरोग्य मेलों का आयोजन प्रारम्भ किया
इन मेलों में अब तक 17 लाख से अधिक मरीजों को
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज विधान परिषद में कहा कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों में नये मेडिकल काॅलेज स्थापित किए जाने की व्यवस्था की जा रही है। वर्ष 1947 से लेकर वर्ष 2016 तक प्रदेश में सिर्फ 12 मेडिकल काॅलेज ही मौजूद थे। वर्ष 2016 के बाद से अब तक प्रदेश में 29 नये मेडिकल काॅलेज बन रहे हैं या बनाए जाने की प्रक्रिया जारी है। यह एक बड़ी उपलब्धि है, प्रदेश में ऐसा पहली बार हो रहा है। सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में एक-एक मेडिकल काॅलेज हो। बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करायी गयीं
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश से एम0बी0बी0एस0 की शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों को पास आउट होने पर उनसे बाॅण्ड भरवाने पर भी विचार कर रही है। इसके अनुसार इन एम0बी0बी0एस0 पास चिकित्सकांे को ग्रामीण क्षेत्र में अपनी सेवाएं देनी पड़ेंगी। इसके बाद भी एक निश्चित समय सीमा के अंदर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में जहां शासन इन चिकित्सकों को नियुक्ति देगा, वहां पर इन्हें अपनी सेवाएं अनिवार्य रूप से देनी होंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मेडिकल काॅलेजों में नियुक्ति के सम्बन्ध में राज्य लोक सेवा आयोग को अधियाचन भी भेजा गया है। लोक सेवा आयोग द्वारा भर्ती प्रक्रिया को तेज किया गया है। प्रदेश में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए विगत वर्ष 07 नये मेडिकल काॅलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया पूर्ण की गयी है। यह मेडिकल काॅलेज एम0सी0आई0 द्वारा अप्रूव हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार पूरे प्रदेश में, विशेषतः ग्रामीण क्षेत्रों में, अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की दृष्टि से आरोग्य मेलों का आयोजन 02 फरवरी, 2020 से कर रही है। प्रदेश के लगभग 04 हजार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर इन मेलों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें अब तक 17 लाख से अधिक मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी हैं। उन्होंने कहा कि जिन चिकित्सालयों में विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध नहीं हैं, वहां पर टेलीमेडिसिन के माध्यम से मरीजों को चिकित्सा सम्बन्धी परामर्श दिया जा रहा है। आवश्यकतानुसार मरीजों को जांच की सुविधा भी उपलब्ध करायी जा रही हैं। राज्य सरकार प्रदेश की चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने के हर सम्भव प्रयास कर रही है। इन प्रयासों के सुपरिणाम भविष्य में मिलेंगे।