लखनऊ: मंगलवार 18 फरवरी, 2020
उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष श्री सुनील भराला ने कहा कि प्रदेश की सरकार श्रमिकों व गरीबों की हितैषी है। इस वर्ग के कल्याण के लिए विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित की हैं। योजनाओं का लाभ समय से पात्रों को मिले इसके लिए अधिकारियों को ईमानदारी से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देशित किया कि परिषद द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से श्रमिकों को लाभान्वित करने के लिए मण्डलवार लक्ष्य निर्धारित किये जाएं।
श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष श्री सुनील भराला आज यहां बापू भवन स्थित सभागार में परिषद की 71वीं बोर्ड बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस बैठक में उन्होंने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए परिषद द्वारा संचालित योजनाओं से गौतमबुद्ध नगर नोएडा में 3000 श्रमिक, गाजियाबाद में 3000, मेरठ में 2000, सहारनपुर में 500, कानपुर में 3000 श्रमिक सहित प्रदेश भर में कुल 25000 श्रमिकों को लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया।
अध्यक्ष श्रम कल्याण परिषद श्री सुनील भराला ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में स्थापित बड़े उद्योगों में मण्डल स्तर पर श्रमिकों की पंचायत लगाकर परिषद की कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाय। साथ ही सभी मण्डलों में परिषद के सदस्यों की देखरेख में सांस्कृति कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाय। बैठक में श्रम कल्याण निधि को 80 जी के तहत छूट प्रदान करने तथा उ0प्र0 श्रम कल्याण परिषद के एक्ट को मध्य प्रदेश, कर्नाटक और हरियाणा राज्य के परिषदों के एक्ट की भांति और प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक संशोधनों पर विचार किया गया।
श्री सुनील भराला ने परिषद में अध्यक्ष के पदभार का एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर श्रमिकों के हितार्थ परिषद की योजनाओं के साथ इसकी एक वर्ष की उपलब्धियों तथा परिषद द्वारा किये गये महत्वपूर्ण कार्यों एवं आगामी वर्ष में किये जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिए लखनऊ में एक संगोष्ठी का आयोजन करने के भी निर्देश दिए। बैठक में प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन श्री सुरेश चन्द्रा, परिषद के पदेन सचिव श्री फैशल आफताब, उप श्रम कल्याण आयुक्त श्री अमित मिश्रा आदि वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।