दिल्ली में हिंसा के दौरान मरने वालों की संख्या पहुंची 9 तक, जवानों की कमी के चलते नहीं रुक पाई हिंसा - मानवी मीडिया

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Tuesday, February 25, 2020

दिल्ली में हिंसा के दौरान मरने वालों की संख्या पहुंची 9 तक, जवानों की कमी के चलते नहीं रुक पाई हिंसा




  • , मंगलवार 25 फरवरी 2020 |नई दिल्ली उत्तर पूर्वी जिले के कई इलाकों में हालात बेकाबू हो गए हैं। मौजपुर और सीमापुरी इलाके (गाजियाबाद बार्डर पर दिल्ली की सीमा में स्थित गगन सिनेमा के पास) पुलिस और भीड़ आमने-सामने हैं। दोनों ने एक दूसरे पर मौका मिलते ही फायरिंग की। गोलियां आमने-सामने से चलीं। इन इलाकों में 15 कंपनी अर्धसैनिक बल और 18 कंपनी दिल्ली पुलिस का रिजर्व पुलिस फोर्स तथा पांच जिलों का पुलिस फोर्स तैनात है, इसके बावजूद हिंसा थम नहीं रही है।बेकाबू हुए हालातों को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने उत्तर पूर्वी जिले में अतिरिक्त पुलिस और अर्धसैनिक बल भेज दिया है। दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट इलाके में रविवार से जारी हिंसा में अब तक हेड कांस्टेबल रतन लाल समेत 9 लोगों की जान जा चुकी है। इस हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की ओर से गृह मंत्रालय को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि पर्याप्त सुरक्षा बल नहीं होने के चलते भीड़ को नियंत्रित नहीं किया जा सका। दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कहा कि सोमवार को उनके पास पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल नहीं थे। वरिष्ठ अधिकारी ने साफ कहा कि दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को बताया कि पूर्वोत्तर दिल्ली की हिंसा को नियंत्रित करने के लिए उनके पास पर्याप्त बल नहीं था, जिसके कारण स्थिति और बिगड़ती चली गई।पुलिस सूत्रों के अनुसार सोमवार को जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, खुरेजी खास और भजनपुरा में हुई हिंसा में 48 पुलिसकर्मी ओर 98 नागरिक घायल हो गए थे। मंगलवार को भी कई इलाकों में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। उत्तर पूर्वी जिले के बाबरपुर इलाके में भीड़ से मोर्चा ले रहे डीसीपी स्तर के एक अधिकारी ने दोपहर बाद करीब तीन बजे कहा, भीड़ लगातार मौके की तलाश में है। भीड़ कई समूहों में पुलिस और खुद आमने-सामने हो रही है। लोग अचानक आकर एक दूसरे पर गुरिल्ला-युद्ध वाले स्टाइल में हमला कर के भाग जा रहे हैं। भीड़ में शामिल असामाजिक तत्व पहले फायरिंग कर रहे हैं। उसके बाद मौका मिलते ही गोलियां चलाने लगती है। इस अधिकारी ने आगे कहा, उम्मीद थी कि सोमवार की रात के बाद से हालात धीरे-धीरे काबू हो जाएंगे। हुआ एकदम विपरीत। दिन निकलते ही भीड़ ने यहां-वहां इक_ा होना शुरू कर दिया। दोपहर बाद तक चौहान बांगर, बाबरपुर, मौजपुर, गगन सिनेमा (सीमापुरी और गाजियाबाद बार्डर) पर इक_ी भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। कई लोग भगदड़ में घायल हुए हैं। घायल होने वालों की संख्या फिलहाल पता लगा पाना नामुमकिन है। घायलों को पास ही स्थित स्वामी दयानंद और गुरुतेग बहादुर अस्पताल में दाखिल कराया जा रहा है।हालात काबू करने में जुटे और उत्तर पूर्वी दिल्ली के प्रभावित इलाके में मौजूद विशेष पुलिस आयुक्त स्तर के एक अधिकारी ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर आईएएनएस से कहा, हालात गंभीर हैं। हम लोग हर संभव हालात सामान्य कराने की कोशिश में हैं। सफलता मगर अभी तक नहीं मिली है।  



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