- राष्ट्रीय मंगलवारर 25 फरवरी, 2020 |नई दिल्ली उत्तरी-पूर्वी दिल्ली जिले में सीएए विरोधी और समर्थकों के बीच झड़प के बाद तीन दिन से जारी हिंसक घटनाओं में एक पुलिसकर्मी सहित अब तक 10 लोग मारे गए। दो आईपीएस अफसरों सहित 186 लोग जख्मी हो गए। जाफराबाद इलाके में छतों से लगातार धुआंधार पथराव हो रहा है। दिल्ली के 4 इलाकों में पहले कफ्र्यू की खबर आई थी, लेकिन दिल्ली पुलिस कफ्र्यू से इनकार किया है। इन इलाकों में केवल धारा 144 लागू है। उत्तर पूर्वी दिल्ली में ताजा हिंसा के बाद दिल्ली यूपी बॉर्डर को सील कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस की ओर से मिली सूचना के मुताबिक चांदबाग, करावल नगर, मौजपुर और जाफराबाद में मंगलवार शाम को भारी संख्या में पुलिस बल उतार दिए गए हैं। रोड पर से उपद्रवियों के साथ सख्ती बरती जा रही है।मंगलवार शाम को चांदबाग इलाके से ताजा आगजनी की तस्वीरें सामने आई है। इन तस्वीरों में पूरे इलाके में धुंआ-धुंआ दिख रहा है। इसी माहौल में सुरक्षाकर्मी रोड पर मार्च कर रहे हैं। दिल्ली में हिंसा जारी, गोकुलपुरी और वेलकम थाना इलाके में हिंसा, बाबरपुर रोड पर गाडिय़ां जलाई गईं।चांदबाग इलाके में हिंसा के ताजे दौर के तहत मंगलवार शाम को दंगाइयों ने दुकानों में आग लगा दी और पथराव किया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे लेकिन यह प्रयास व्यर्थ रहा। स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। दंगाइयों ने बेकरी की एक दुकान और फलों के कई ठेलों को फूंक दिया।दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने सुरक्षाबलों की कमी की वजह से हिंसा की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि हमारे पास पर्याप्त मात्रा में सुरक्षाबल हैं। इसी बीच गोकुलपुरी और वेलकम थाना इलाके में हिंसा, बाबरपुर रोड पर गाडिय़ां जलाई गईं।हिंसाग्रस्त इलाके की ड्रोन से लगातार निगरानी हो रही है। अभी भी भीड़ हमले करके भाग जा रही है। पुलिस भीड़ के पीछे-पीछे उसे तितर-बितर करने के लिए दौड़ रही है। उत्तरी पूर्वी जिले में भी मंगलवार को भी भीड़ कोहराम मचाए है। मगर हालात अब बेकाबू में हैं। यह दावा मंगलवार शाम छह बजे आईटीओ स्थित मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एडिश्नल पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह रंधावा ने किया।